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ICSE Sample Paper for Hindi 2018 - II
SECTION B (40 Marks)
Attempt four questions from this section.
You must answer at least one question from each of the two books you have studied and any two other questions.
साहित्य सागर – संक्षिप्त कहानियाँ
( Sahitya Sagar – Short Stories )
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
(बात अठन्नी की - सुदर्शन)
I. प्रस्तुत कथन के वक्ता का परिचय दीजिये .
II."यह दुनियां न्याय नगरी नहीं अंधेर नगरी है . ऐसा क्यों कहा गया है ?
III.किसकी आखों में खून उतर आया और क्यों ? स्पष्ट कीजिये .
IV. वर्तमान समय में न्याय वावास्था के विषय में आपके क्या विचार हैं . लिखें.
प्र. २. " बस इतनी सी बात ! हमारे शेख साहब तो उनके भी गुरु हैं . आज ही एक शिकार फँसा है . "
(बात अठन्नी की - सुदर्शन)
I. उपयुक्त कथन का वक्ता कौन हैं ? उसने किससे ये बातें की ?
II. उपयुक्त कथन " उनके भी गुरु हैं "- का तात्पर्य स्पस्ट कीजिये .
III. बात अठन्नी कहानी में किस समस्या को उठाया गया है ?
IV. श्रोता कौन है ? उनके चरित्र की मुख्य बातों को लिखें .
प्र.३. "श्यामू गंभीर हो गया . मतलब यह कि बात लाख रुपये की सुझाई गयी है."
( काकी - सियारामशरण गुप्त )
II . श्यामू ने अपनी समस्या को क्या समाधान निकाला ?
III .श्यामू का पाठ के आधार पर चरित्रिरिक विशेषताएँ लिखिए .
IV. पतंग क्यों मँगाई गयी थी ? उसका उपयोग किस कार्य के लिए होता ?
प्र.४. क़स्बा बहुत बड़ा नहीं था . जिसे पक्का मकान कहा जा सके वैसे कुछ ही मकान और जिसे बाज़ार कहा जा सके वासी एक ही बाज़ार था .
(नेता जी का चस्मा - स्वयं प्रकाश )
I. हालदार साहब को उस क़स्बे से कब और क्यों गुजरना पड़ता था ?
II. क़स्बा कैसा था ? उसकी विशेषताएँ बताइए ?
III . कबसे की नगरपालिका क्या क्या कार्य करवाया करती थी ?
IV. नेता जी चस्मा पाठ के माध्यम से लेखक ने क्या सन्देश देना चाहा है ?
प्र. ५. "कुहरे की सफ़ेदी में कुछ ही हाथ दूर से एक काली - सी मूर्ति हमारी तरफ आ रही थी . "
( अपना अपना भाग्य - जैनेद्र कुमार )
I. लेखक की तरफ आने वाला कौन था ? उसकी क्या स्थिति थी ?
II. लेखक के मित्र ने उससे क्या कहा ? उसकी क्या प्रतिक्रिया थी ?
III. बालक वहाँ क्यों और कैसे आ गया था ?
IV. पाठ के माध्यम से लेखक ने क्या सन्देश देना चाहा है ?
प्र. ६. "रामनिहाल हतबुद्धि अपराधी सा श्यामा को देखने लगा , जैसे उसे कहीं भागने की राह न हो ."
(संदेह - जयशंकर प्रसाद )
I. रामनिहाल हतबुद्धि अपराधी - सा क्यों श्यामा को देखने लगा ?
II. श्यामा ने क्या कहकर निहालबाबू को प्रेम के बारे में समझाया ?
I.श्यामा ने रामनिहाल के लिए क्या आवश्यक माना तथा क्या निर्देश दिया ?
IV. प्रस्तुत कहानी का सन्देश स्पष्ट कीजिये .
प्र. ७. "और तब बूढ़े सियार ने भेड़िये का रूप बदला .मस्तक पर तिलक लगाया ,गले में कंठी पहनाई और मुख घास के तिनके खोंस दिए . "
(भेड़ और भेड़िये - हरिशंकर परसाई)
I. बूढ़े सियार ने भेड़िये का रूप क्यों बदला ?
II. उसने भेड़िये के मुँह में घास के तिनके क्यों खोंसे ?
III. सियार और भेड़िया के माध्यम से लेखक ने किस किस पर व्यंग किया है ?
IV. लेखक ने कहानी के माध्यम से क्या सन्देश दिया है ?
प्र. ८. चित्रा अवाक होकर कभी उसका और कभी अरुणा का मुँह देख रही थी . वह सारी बात का कुछ तुक नहीं मिला पा रही थी ?
( दो कलाकार - मन्नू भंडारी )
I. चित्रा क्यों अवाक थी ?
II. चित्रा से बच्चों ने क्या फरमाईस की ? चित्रा ने कौन-सी तस्वीर दिखाई व किस तस्वीर के सामने वे ठहर गए ?
III. बालिका ने क्या पूछा ? वह बच्चे उस तस्वीर को क्यों नहीं देख पा रहे थे ?
IV . पाठ के आधार पर प्रमुख पात्रों का चरित्र चित्रण कीजिये।
साहित्य सागर - पद्य भाग
( Sahitya Sagar-Poems )
Question 8
Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र.१.
गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागूं पाँय ।
बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो बताय ॥
जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाहिं।
प्रेम गली अति सॉंकरी, तामें दो न समाहिं।।
I. कबीरदास ने गुरु का स्थान श्रेष्ठ क्यों बताया है ?गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागूं पाँय ।
बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो बताय ॥
जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाहिं।
प्रेम गली अति सॉंकरी, तामें दो न समाहिं।।
(साखी - कबीरदास )
II. कबीरदास को क्या दुबिधा थी और क्यों ?
III. अंहकार से क्या हानि होती है ? अहंकार से दूर रहने पर क्या लाभ होता है ?
IV. कवि कबीरदास के जीवन के बारे में बताते हुए उनका साहित्यिक परिचय दीजिये .
प्र.२.
लाठी में गुण बहुत हैं, सदा राखिये संग।
गहरि, नदी, नारी जहाँ, तहाँ बचावै अंग॥
जहाँ बचावै अंग, झपटि कुत्ता कहँ मारै।
दुश्मन दावागीर, होयँ तिनहूँ को झारै॥
कह गिरिधर कविराय सुनो हो धूर के बाठी॥
सब हथियार न छाँड़ि, हाथ महँ लीजै लाठी॥
( गिरिधर की कुण्डलियाँ - कविराय गिरिधर )
II. लाठी आत्म रक्षा के लिए किस प्रकार प्रयोग में आती है ?
III. "सब हथियार न छाँड़ि, हाथ महँ लीजै लाठी "का आशय क्या है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूलभाव क्या है ?
प्र ३.
प्रभु के दिए हुए सुख इतने
हैं विकीर्ण धरती पर
भोग सकें जो उन्हें जगत में,
कहाँ अभी इतने नर?
सब हो सकते तुष्ट, एक सा
सब सुख पा सकते हैं
चाहें तो पल में धरती को
स्वर्ग बना सकते हैं ।
(स्वर्ग बना सकते है - रामधारी सिंह दिनकर )
I. ईश्वर ने मनुष्य को क्या क्या प्रदान किया है ?II.कवि ने भोग सके जो उन्हें किसके लिए प्रयोग किया है ?
III. धरती स्वर्ग कैसे बन सकती है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूल भाव लिखिए .
प्र.४.
बूढ़े़ पीपल ने आगे बढ़ कर जुहार की
‘बरस बाद सुधि लीन्ही’
बोली अकुलाई लता ओट हो किवार की
हरसाया ताल लाया पानी परात भर के।
मेघ आये बड़े बन-ठन के, सँवर के।
( मेघ आये - सर्वेश्वरदयाल सक्सेना )
II. लता ने किवाड़ की ओट में क्या कहा ? वह किवाड़ की ओट में क्यों गयी ?
III. ताल के हर्षाने से क्या तात्पर्य है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूल भाव लिखिए .
प्र.५.
वह आता -
दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता|
पेट-पीठ दोनों मिलकर हैं एक,
चल रहा लकुटिया टेक,
मुट्ठी-भर दाने को-भूख मिटाने को
मुँह फटी-पुरानी झोली का फैलता -
दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता|
(भिक्षुक - सूर्यकांत त्रिपाठी )
II. भिक्षुक की इशिती का वर्णन करो .
III. भिक्षुक किस बात के विवश है ? इस पर वह क्या प्रतिक्रिया करता है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूल भाव लिखिए .
एकाांकी सांचय
[ Ekanki Sanchay ]
Question 14
Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र.१."अब भी आखें नहीं खुली ? जो व्यवहार अपनी बेटी के लिए तुम दूसरों से चाहते हो वही दूसरे की बेटी को भी दो .जब टक बहू और बेटी को एक सा नहीं समझोगे , न तुम्हे सुख मिलेगा और न शांति ."
(बहु की विदा - विनोद रस्तोगी )
II. यहाँ वक्ता कौन है ? उसके विचार सामाज के लिए आप कितने उपयोगी समझते है और क्यों ?
III. अवतरण में निहित सन्देश की प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिये .
IV. वक्ता के विचार परंपरागत भारतीय सास से एकदम विपरीत है , स्पस्ट कीजिये .
प्र.२.अब तो आपकी आत्मा को शान्ति मिल गयी होगी . अब तो आपने अपने सिर का कलंक का टीका धो लिया . यह देखिये ,बूँदी के दुर्ग पर मेवाड़ के सेनापति विजय - पताका फहरा रहे हैं .वह सुनिए , मेवाड़ की सेना में विजय दुदुंभी बज रही है .
(मातृभूमि का मान- हरिकृष्ण प्रेमी )
I.गद्यांश का वक्ता कौन है ? उसके कथन में कौन सा भाव निहित है और क्यों ?II. यहाँ श्रोता कौन है ? उसने अपनी आत्मा की शान्ति के लिए क्या किया ?
III.बूँदी के दुर्ग पर मेवाड़ की विजय पताका फहराने के सदर्भ स्पष्ट कीजिये .
IV. श्रोता ने अपने सिर का कलंक का टीका धोने के लिए जो कुछ किया उससे उसे लाभ हुआ या हानि ? स्पष्ट
कीजिये .
प्र.३. दादा जी , आप पेड़ से किसी डाली का टूटकर अलग होना पसंद नहीं करते ,पर क्या आप यह चाहेंगे कि पेड़ से लगी - लगी वह दाल सूखकर मुरझा जाय ....
(सूखी डाली - उपेन्द्रनाथ अश्क )
I.दादाजी पेड़ से किसी डाली का टूट अलग होना पसंद क्यों नहीं करते हैं ?II. पेड़ की डाली को पेड़ से अलग होने से दादाजी ने किस तरह बचाया ?
III. सूखी डाली शीर्षक कितना सार्थक एवं उपयुक्त है , स्पष्ट कीजिये .
IV. पेड़ और डाली का प्रतिकार्य बताईये . डाली के सूखकर मुरझाने का क्या परिणाम होता है ? स्पष्ट कीजिये .
नया रास्ता ( सुषमा अग्रवाल )
[ Naya Raasta -Sushma Agarwal ]
Question 11Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र.1."वह स्वयं ही दृढ़ता व साहस की मूर्ति थी . उतार - चड़ाव तो हर इंसान की ज़िन्दगी में आते ही रहते हैं . उसने साहस से काम लिया . उसने विवाह का सपना ही छोड़ दिया . उसके सामने इतनी लम्बी ज़िन्दगी पडी ,जिसका वह एक क्षण भी व्यर्थ नहीं होने देना चाहती थी."I. लेखिका मीनू को दृढ़ता व साहस की मूर्ति क्यों कह रही है ?
II. विवाह के अलावा मीनू के जीवन का लक्ष्य क्या था ?
III. मीनू समाज के झूठे आवरण को हटाकर एक सत्य दिखाना चाहती है - स्पष्ट कीजिये .
IV. प्रस्तुत पंक्तियों का भावार्थ अपने शब्दों में लिखिए .
प्र. 2. " कोठी का दरवाज़ा खुलते ही जैसे ही उन सबने अन्दर प्रवेश किया ,उन्हें लगा मानों स्वर्ग में आ गए हो ."
I. उन सबने कौन कौन है ? उन्होंने कहाँ प्रवेश किया था ?
II. धनिमल जी ने मेहमानों के स्वागत के तैयारी किस तरह से ही थी ?
III. क्या देखकर अमित के पैर तले से धरती खिसक गयी ?
IV. अमित की माँ की मनोदशा का वर्णन कीजिये .
प्र.3 .
दोनों बहने काफी दिनों के बाद मिली थी . इसीलिए बहुत सी बातें इकट्ठा हो गयी थी . घंटों टक बैठी दोनों बातें करती रहीं .
I. आशा ने मीनू के व्यक्तिगत जीवन से जुड़ा कौन सा प्रश्न किया था ? मीनू ने उस प्रश्न का उत्तर क्या और
किस प्रकार दिया ?
II. मीनू ने आशा के प्रश्न को क्यों टाल दिया था ?
III. आशा ने बात का विषय क्यों बदल दिया ? घर का कुशलक्षेम पूछने पर मीनू ने माँ , पिता तथा रोहित केइ में क्या बताया ?
IV. रोहित की जानकारी मिलने पर आशा ने क्या उलाहना किया ? और रोहित से कब मिलने का निश्चय किया ?
Liability Disclaimer -
ICSE QUESTION PAPERS 2018 CLASS 10th Model Papers प्रश्न पत्र केवल के परीक्षा के सहयोग के लिए लिखा गया है ,ताकि छात्र अधिक से अधिक अंक प्राप्त कर सके। लेकिन हिन्दीकुंज.कॉम किसी प्रकार के प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।किसी प्रकार क्षति के लिए हिन्दीकुंज.कॉम जिम्मेदार नहीं होगा।अतः इस प्रकार के प्रश्नों का लाभ उठाये लेकिन इस पर पूरी तरह से निर्भर न रहे। आप अन्य अध्ययन सामग्री को भी पढ़े व लाभ उठाये।
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