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ICSE Sample Paper for Hindi 2019 - II
SECTION B (40 Marks)
Attempt four questions from this section.
You must answer at least one question from each of the two books you have studied and any two other questions.
साहित्य सागर – संक्षिप्त कहानियाँ
( Sahitya Sagar – Short Stories )
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र १. रसीला के रमजान का हठ देखा तो आँखें भर आई . बोला ,'घर से ख़त आया है ,बच्चे बीमार हैं और रूपया नहीं हैं ."
- बात अठन्नी की (सुदर्शन )
प्र.i. रसीला से रमजान ने क्या हठ किया और क्यों ?
प्र.ii. उसका जबाब सुनकर रमजान ने क्या किया ?
प्र.iii. रसीला और रमजान का परिचय दीजिये .
प्र.iv. रसीला ने पैसे का प्रबंध कैसे किया ?
प्र. २. " बस इतनी सी बात ! हमारे शेख साहब तो उनके भी गुरु हैं . आज ही एक शिकार फँसा है . "
(बात अठन्नी की - सुदर्शन)
I. उपयुक्त कथन का वक्ता कौन हैं ? उसने किससे ये बातें की ?
II. उपयुक्त कथन " उनके भी गुरु हैं "- का तात्पर्य स्पस्ट कीजिये .
III. बात अठन्नी कहानी में किस समस्या को उठाया गया है ?
IV. श्रोता कौन है ? उनके चरित्र की मुख्य बातों को लिखें .
प्र.३. विशेश्वर हतबुद्धि होकर वहीँ खड़े रह गए .उन्होंने फटी हुई पतंग उठाकर देखी .उस पर चिपके हुए कागज़ पर लिखा हुआ - काकी .
काकी -सियारामशरण गुप्त
i. विशेश्वर कौन थे .उन्हें किस बात का गम था ?
ii. उनके यहाँ आने का कारण क्या था ?
iii. वे हतबुद्धि होकर वहाँ क्यों खड़े रह गए ?
iv. क्या वे अपने बेटे की भावना को समझ पाए ? उन्होंने क्या प्रतिक्रिया व्यक्त की ?
प्र.४. क़स्बा बहुत बड़ा नहीं था . जिसे पक्का मकान कहा जा सके वैसे कुछ ही मकान और जिसे बाज़ार कहा जा सके वासी एक ही बाज़ार था .
(नेता जी का चस्मा - स्वयं प्रकाश )
I. हालदार साहब को उस क़स्बे से कब और क्यों गुजरना पड़ता था ?
II. क़स्बा कैसा था ? उसकी विशेषताएँ बताइए ?
III . कबसे की नगरपालिका क्या क्या कार्य करवाया करती थी ?
IV. नेता जी चस्मा पाठ के माध्यम से लेखक ने क्या सन्देश देना चाहा है ?
प्र. ५. "रामनिहाल हतबुद्धि अपराधी सा श्यामा को देखने लगा , जैसे उसे कहीं भागने की राह न हो ."
(संदेह - जयशंकर प्रसाद )
I. रामनिहाल हतबुद्धि अपराधी - सा क्यों श्यामा को देखने लगा ?
II. श्यामा ने क्या कहकर निहालबाबू को प्रेम के बारे में समझाया ?
I.श्यामा ने रामनिहाल के लिए क्या आवश्यक माना तथा क्या निर्देश दिया ?
IV. प्रस्तुत कहानी का सन्देश स्पष्ट कीजिये .
प्र.६. अरुणा लिफाफा फाड़कर पढने लगी .जब उसका पत्र समाप्त हो गया तो चाय - पीते पीते चित्रा बोली ,"पिता जी का भी पत्र आया है ,लिखा है जैसे ही यहाँ कोर्स समाप्त हो जाए ,मैं विदेश जा सकती हूँ .मैं तो जानती थी ,पिता जी कभी मना नहीं करेंगे ."
दो कलाकार -मन्नू भंडारी .
i. इन दोनों सहेलियाँ का परिचय दीजिये .
ii. पहले चित्र को देखकर अरुणा ने क्या कहा ?
iii. चित्रा ने किस चित्र को कांफुसन का प्रतिक बताया ?
iv. चित्रा का पत्र सुनकर अरुणा ने क्या कहा ?
साहित्य सागर - पद्य भाग
( Sahitya Sagar-Poems )
Question 8
Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र.१.लेकिन विघ्न अनेक अभी
इस पथ पर अड़े हुए हैं
मानवता की राह रोककर
पर्वत अड़े हुए हैं ।
न्यायोचित सुख सुलभ नहीं
जब तक मानव-मानव को
चैन कहाँ धरती पर तब तक
शांति कहाँ इस भव को ?
i. धरती को स्वर्ग बनाने में क्या विघ्न है ?
‘बरस बाद सुधि लीन्ही’
बोली अकुलाई लता ओट हो किवार की
हरसाया ताल लाया पानी परात भर के।
मेघ आये बड़े बन-ठन के, सँवर के।
I.बूढ़े पीपल से कवि का क्या तात्पर्य है ? उसने मेघो के आगमन पर क्या किया ?
II. लता ने किवाड़ की ओट में क्या कहा ? वह किवाड़ की ओट में क्यों गयी ?
III. ताल के हर्षाने से क्या तात्पर्य है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूल भाव लिखिए .
प्र.६. खीझत जात माखन खात।
अरुन लोचन भौंह टेढ़ी बार बार जंभात॥
कबहुं रुनझुन चलत घुटुरुनि धूरि धूसर गात।
कबहुं झुकि कै अलक खैंच नैन जल भरि जात॥
कबहुं तोतर बोल बोलत कबहुं बोलत तात।
सूर हरि की निरखि सोभा निमिस तजत न मात॥
प्रi. उपरोक्त पन्क्तियों में कवि ने श्री कृष्ण के किस रूप का वर्णन किया है ?
प्र ii. श्रीकृष्ण के चलने से किस प्रकार आवाज आ रही है ?
प्र.iii. माता यशोदा कृष्ण के रूप से किस प्रकार प्रभावित हो रही है ?
प्र.iv. उक्त पंक्तियों का भावार्थ लिखिए ?
प्र.१."अब भी आखें नहीं खुली ? जो व्यवहार अपनी बेटी के लिए तुम दूसरों से चाहते हो वही दूसरे की बेटी को भी दो .जब टक बहू और बेटी को एक सा नहीं समझोगे , न तुम्हे सुख मिलेगा और न शांति ."
I. अब भी आखें नहीं खुली का प्रसंग स्पष्ट कीजिये .
II. यहाँ वक्ता कौन है ? उसके विचार सामाज के लिए आप कितने उपयोगी समझते है और क्यों ?
III. अवतरण में निहित सन्देश की प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिये .
IV. वक्ता के विचार परंपरागत भारतीय सास से एकदम विपरीत है , स्पस्ट कीजिये .
प्र.२.अब तो आपकी आत्मा को शान्ति मिल गयी होगी . अब तो आपने अपने सिर का कलंक का टीका धो लिया . यह देखिये ,बूँदी के दुर्ग पर मेवाड़ के सेनापति विजय - पताका फहरा रहे हैं .वह सुनिए , मेवाड़ की सेना में विजय दुदुंभी बज रही है .
II. यहाँ श्रोता कौन है ? उसने अपनी आत्मा की शान्ति के लिए क्या किया ?
III.बूँदी के दुर्ग पर मेवाड़ की विजय पताका फहराने के सदर्भ स्पष्ट कीजिये .
IV. श्रोता ने अपने सिर का कलंक का टीका धोने के लिए जो कुछ किया उससे उसे लाभ हुआ या हानि ? स्पष्ट
कीजिये .
प्र.३. दादा जी , आप पेड़ से किसी डाली का टूटकर अलग होना पसंद नहीं करते ,पर क्या आप यह चाहेंगे कि पेड़ से लगी - लगी वह दाल सूखकर मुरझा जाय ....
II. पेड़ की डाली को पेड़ से अलग होने से दादाजी ने किस तरह बचाया ?
III. सूखी डाली शीर्षक कितना सार्थक एवं उपयुक्त है , स्पष्ट कीजिये .
IV. पेड़ और डाली का प्रतिकार्य बताईये . डाली के सूखकर मुरझाने का क्या परिणाम होता है ? स्पष्ट कीजिये .
प्र . ४. "मुझे आप लोगों पर अभिमान है और बूंदी आप जैसे पुत्रों को पाकर फूली नहीं समाती .जिस बूंदी में ऐसे मान के धनी पैदा होते हैं ,उस पर संसार आशीर्वाद के साथ फूल बरसा रहा है .चलो हम दुर्ग की रक्षा की तैयारी करें ."
Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
इस पथ पर अड़े हुए हैं
मानवता की राह रोककर
पर्वत अड़े हुए हैं ।
न्यायोचित सुख सुलभ नहीं
जब तक मानव-मानव को
चैन कहाँ धरती पर तब तक
शांति कहाँ इस भव को ?
i. धरती को स्वर्ग बनाने में क्या विघ्न है ?
ii. कवि किस प्रकार के सुख की तलाश में है ?
iii. कवि के अनुसार धरती पर शांति किस प्रकार आ सकती है ?
iv. उक्त पंक्तियों का अर्थ लिखिए .
प्र.२.
पाहन पूजे हरि मिले ,तो मैं पूजूं पहार .
पाहन पूजे हरि मिले ,तो मैं पूजूं पहार .
ताते ये चाकी भली ,पीस खाय संसार ."
साखी - कबीरदास
i. कबीर मूर्ति पूजा का विरोध क्यों करते हैं ?
ii. कबीर दास ने किन किन चीजों का विरोध किया ?
iii. कबीर के गुरु कौन थे ?
IV. कवि कबीरदास के जीवन के बारे में बताते हुए उनका साहित्यिक परिचय दीजिये .
प्र.३.
लाठी में गुण बहुत हैं, सदा राखिये संग।
गहरि, नदी, नारी जहाँ, तहाँ बचावै अंग॥
जहाँ बचावै अंग, झपटि कुत्ता कहँ मारै।
दुश्मन दावागीर, होयँ तिनहूँ को झारै॥
कह गिरिधर कविराय सुनो हो धूर के बाठी॥
सब हथियार न छाँड़ि, हाथ महँ लीजै लाठी॥
I.कवि ने लाठी में कौन - कौन से गुण बताये हैं ?
II. लाठी आत्म रक्षा के लिए किस प्रकार प्रयोग में आती है ?
III. "सब हथियार न छाँड़ि, हाथ महँ लीजै लाठी "का आशय क्या है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूलभाव क्या है ?
लाठी में गुण बहुत हैं, सदा राखिये संग।
गहरि, नदी, नारी जहाँ, तहाँ बचावै अंग॥
जहाँ बचावै अंग, झपटि कुत्ता कहँ मारै।
दुश्मन दावागीर, होयँ तिनहूँ को झारै॥
कह गिरिधर कविराय सुनो हो धूर के बाठी॥
सब हथियार न छाँड़ि, हाथ महँ लीजै लाठी॥
(गिरिधर की कुण्डलियाँ - कविराय गिरिधर )
II. लाठी आत्म रक्षा के लिए किस प्रकार प्रयोग में आती है ?
III. "सब हथियार न छाँड़ि, हाथ महँ लीजै लाठी "का आशय क्या है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूलभाव क्या है ?
प्र.४. इस विशद विश्व-प्रहार में
किसको नहीं बहना पड़ा
सुख-दुख हमारी ही तरह,
किसको नहीं सहना पड़ा
फिर व्यर्थ क्यों कहता फिरूँ, मुझ पर विधाता वाम है,
चलना हमारा काम है।
चलना हमारा काम है - शिवमंगल सिंह सुमन .
i. यह संसार ईश्वर ने कैसा बनाया है ?
ii. संसार में सुख दुःख आते रहते हैं ,इसका मानव पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
iii. हमें व्यर्थ में क्या नहीं कहना चाहिए ?
iv. उक्त पंक्तियों में कवि का क्या सन्देश है ?
प्र.५.
बूढ़े़ पीपल ने आगे बढ़ कर जुहार की‘बरस बाद सुधि लीन्ही’
बोली अकुलाई लता ओट हो किवार की
हरसाया ताल लाया पानी परात भर के।
मेघ आये बड़े बन-ठन के, सँवर के।
( मेघ आये - सर्वेश्वरदयाल सक्सेना )
II. लता ने किवाड़ की ओट में क्या कहा ? वह किवाड़ की ओट में क्यों गयी ?
III. ताल के हर्षाने से क्या तात्पर्य है ?
IV. प्रस्तुत कविता का मूल भाव लिखिए .
प्र.६. खीझत जात माखन खात।
अरुन लोचन भौंह टेढ़ी बार बार जंभात॥
कबहुं रुनझुन चलत घुटुरुनि धूरि धूसर गात।
कबहुं झुकि कै अलक खैंच नैन जल भरि जात॥
कबहुं तोतर बोल बोलत कबहुं बोलत तात।
सूर हरि की निरखि सोभा निमिस तजत न मात॥
सूर के पद - सूरदास
प्रi. उपरोक्त पन्क्तियों में कवि ने श्री कृष्ण के किस रूप का वर्णन किया है ?
प्र ii. श्रीकृष्ण के चलने से किस प्रकार आवाज आ रही है ?
प्र.iii. माता यशोदा कृष्ण के रूप से किस प्रकार प्रभावित हो रही है ?
प्र.iv. उक्त पंक्तियों का भावार्थ लिखिए ?
एकाांकी सांचय
[ Ekanki Sanchay ]
Question 14
Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र.१."अब भी आखें नहीं खुली ? जो व्यवहार अपनी बेटी के लिए तुम दूसरों से चाहते हो वही दूसरे की बेटी को भी दो .जब टक बहू और बेटी को एक सा नहीं समझोगे , न तुम्हे सुख मिलेगा और न शांति ."
(बहु की विदा - विनोद रस्तोगी )
II. यहाँ वक्ता कौन है ? उसके विचार सामाज के लिए आप कितने उपयोगी समझते है और क्यों ?
III. अवतरण में निहित सन्देश की प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिये .
IV. वक्ता के विचार परंपरागत भारतीय सास से एकदम विपरीत है , स्पस्ट कीजिये .
प्र.२.अब तो आपकी आत्मा को शान्ति मिल गयी होगी . अब तो आपने अपने सिर का कलंक का टीका धो लिया . यह देखिये ,बूँदी के दुर्ग पर मेवाड़ के सेनापति विजय - पताका फहरा रहे हैं .वह सुनिए , मेवाड़ की सेना में विजय दुदुंभी बज रही है .
(मातृभूमि का मान- हरिकृष्ण प्रेमी )
I.गद्यांश का वक्ता कौन है ? उसके कथन में कौन सा भाव निहित है और क्यों ?II. यहाँ श्रोता कौन है ? उसने अपनी आत्मा की शान्ति के लिए क्या किया ?
III.बूँदी के दुर्ग पर मेवाड़ की विजय पताका फहराने के सदर्भ स्पष्ट कीजिये .
IV. श्रोता ने अपने सिर का कलंक का टीका धोने के लिए जो कुछ किया उससे उसे लाभ हुआ या हानि ? स्पष्ट
कीजिये .
प्र.३. दादा जी , आप पेड़ से किसी डाली का टूटकर अलग होना पसंद नहीं करते ,पर क्या आप यह चाहेंगे कि पेड़ से लगी - लगी वह दाल सूखकर मुरझा जाय ....
(सूखी डाली - उपेन्द्रनाथ अश्क )
I.दादाजी पेड़ से किसी डाली का टूट अलग होना पसंद क्यों नहीं करते हैं ?II. पेड़ की डाली को पेड़ से अलग होने से दादाजी ने किस तरह बचाया ?
III. सूखी डाली शीर्षक कितना सार्थक एवं उपयुक्त है , स्पष्ट कीजिये .
IV. पेड़ और डाली का प्रतिकार्य बताईये . डाली के सूखकर मुरझाने का क्या परिणाम होता है ? स्पष्ट कीजिये .
प्र . ४. "मुझे आप लोगों पर अभिमान है और बूंदी आप जैसे पुत्रों को पाकर फूली नहीं समाती .जिस बूंदी में ऐसे मान के धनी पैदा होते हैं ,उस पर संसार आशीर्वाद के साथ फूल बरसा रहा है .चलो हम दुर्ग की रक्षा की तैयारी करें ."
(मातृभूमि का मान- हरिकृष्ण प्रेमी )
१. यहाँ कौन किससे यह कथन कह रहा है ?
२. यहाँ कौन से दुर्ग की रक्षा की बात हो रही है ?
३. वक्ता ने अन्य सैनिकों के मन में देश के प्रति उत्साह कैसे भरा ?
४. अंत में क्या परिणाम हुआ ? क्या दुर्ग की रक्षा हो पायी ?
प्र .५ . "सुयोधन तुम्हे भ्रान्ति हो गयी है .तुम सत्य और मिथ्या का भेद करने में असमर्थ हो .तुम्हारे मस्तिष्क की यह दशा सचमुच सोचनीय है ."
महाभारत की एक सांझ - भारतभूषण अग्रवाल
१. यहाँ वक्ता कौन है ? सुयोधन की किस प्रकार की भ्रान्ति हो गयी थी ?
२. सुयोधन ने अभिमन्यु के वध को वीरोचित कैसे बताया ?
३. सुयोधन का गदा युद्ध किससे हुआ था और उसने कहाँ पर प्रहार किया ?
४. द्रोपदी के बारे में दुर्योधन ने क्या कहा ?
नया रास्ता ( सुषमा अग्रवाल )
[ Naya Raasta -Sushma Agarwal ]
Question 11Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:-
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और उसके नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर हिंदी में लिखिए -
प्र 1. "मीनू के मुँह से अपनी प्रशंसा सुनकर नीलिमा दिल ही दिल में प्रसन्न हो उठी .परन्तु उसे मीनू के दिल में छिपी पीड़ा का आभास था .तभी मीनू के भाई रोहित व नीलिमा की माँ ने कमरे में प्रवेश किया ."
१. मीनू ने नीलिमा की प्रशंसा किस तरह की थी ?
२. मीनू के दिल में छिपी पीड़ा को समझाकर लिखिए .
३. आभास का क्या अर्थ क्या है ? नीलिमा ने मीनू का उसकी छिपी पीड़ा से ध्यान हटाने के लिए क्या किया ?
४. मीनू प्रसन्नचित्त भागी - भागी अपने घर क्यों चली गयी ? समझाकर लिखिए .
प्र २. धनीमल जी व मायाराम जी ने आपस में कुछ बातें की और सब वहां से उठकर चल दिए .अमित व सरिता को एकांत में बातें करने का अवसर दिया गया .अमित ने सरिता से कुछ प्रश्न किये .अमित ने पूछा ,आपकी किस चीज़ में रूचि है ?
१. धनीमल व मायाराम कौन है ? उनके बीच क्या बातचीत हो रही हैं ?
२. अमित व सरिता किस विषय पर बात कर रहे हैं ?
३. मुझे पेंटिंग व कार ड्राइविंग में विशेष रूचि है ,- स्पष्ट कीजिये .
४. उनकी बातचीत का निष्कर्ष क्या होगा ?
प्र.3 .
दोनों बहने काफी दिनों के बाद मिली थी . इसीलिए बहुत सी बातें इकट्ठा हो गयी थी . घंटों टक बैठी दोनों बातें करती रहीं .
I. आशा ने मीनू के व्यक्तिगत जीवन से जुड़ा कौन सा प्रश्न किया था ? मीनू ने उस प्रश्न का उत्तर क्या और
किस प्रकार दिया ?
II. मीनू ने आशा के प्रश्न को क्यों टाल दिया था ?
III. आशा ने बात का विषय क्यों बदल दिया ? घर का कुशलक्षेम पूछने पर मीनू ने माँ , पिता तथा रोहित केइ में क्या बताया ?
IV. रोहित की जानकारी मिलने पर आशा ने क्या उलाहना किया ? और रोहित से कब मिलने का निश्चय किया ?
प्र .४. "मीनू को पढता देखकर मौसी ने अपने साथ बैठी महिला से बातें शुरू कर दी ."उस महिला ने पूछा ,"यह कौन लड़की है जिससे तुम बातें कर रही थी ?"
१. "यह लड़की कौन है ? मौसी ने महिला के प्रश्न का क्या ऊतर दिया ?
२. मीनू को मौसी के कहे कौन से शब्द ह्रदय में तीर की भाँती चुभ गए थे ? उन्होंने ऐसा क्यों कहा था ?
३. मौसी की अनगर्ल बातों की सुनकर भी मीनू ने क्या सोचकर जबाब नहीं दिया और क्यों ?
४. मीनू के घर पहुँचते ही माँ की क्या प्रतिक्रिया हुई ? उन्होंने मीनू को क्या बताया ?
प्र .५. विवाह न करने के कारण समाज के अपशब्द सुनने वाली मीनू आज दुल्हन के रूप में कितनी सुन्दर लग रही थी .मीनू दुल्हन बनी ,उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी .मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था ."
१. मीनू ने पहले शादी करने से क्यों मना कर दिया था ?
२. मीनू पर किसने अपशब्दों की बौछार की थी और क्यों ?
३. तब की मीनू और अब की मीनू में क्या अंतर है ? समझाकर लिखिए .
४. नया रास्ता उपन्यास से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
Liability Disclaimer -
दोनों बहने काफी दिनों के बाद मिली थी . इसीलिए बहुत सी बातें इकट्ठा हो गयी थी . घंटों टक बैठी दोनों बातें करती रहीं .
I. आशा ने मीनू के व्यक्तिगत जीवन से जुड़ा कौन सा प्रश्न किया था ? मीनू ने उस प्रश्न का उत्तर क्या और
किस प्रकार दिया ?
II. मीनू ने आशा के प्रश्न को क्यों टाल दिया था ?
III. आशा ने बात का विषय क्यों बदल दिया ? घर का कुशलक्षेम पूछने पर मीनू ने माँ , पिता तथा रोहित केइ में क्या बताया ?
IV. रोहित की जानकारी मिलने पर आशा ने क्या उलाहना किया ? और रोहित से कब मिलने का निश्चय किया ?
प्र .४. "मीनू को पढता देखकर मौसी ने अपने साथ बैठी महिला से बातें शुरू कर दी ."उस महिला ने पूछा ,"यह कौन लड़की है जिससे तुम बातें कर रही थी ?"
१. "यह लड़की कौन है ? मौसी ने महिला के प्रश्न का क्या ऊतर दिया ?
२. मीनू को मौसी के कहे कौन से शब्द ह्रदय में तीर की भाँती चुभ गए थे ? उन्होंने ऐसा क्यों कहा था ?
३. मौसी की अनगर्ल बातों की सुनकर भी मीनू ने क्या सोचकर जबाब नहीं दिया और क्यों ?
४. मीनू के घर पहुँचते ही माँ की क्या प्रतिक्रिया हुई ? उन्होंने मीनू को क्या बताया ?
प्र .५. विवाह न करने के कारण समाज के अपशब्द सुनने वाली मीनू आज दुल्हन के रूप में कितनी सुन्दर लग रही थी .मीनू दुल्हन बनी ,उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी .मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था ."
१. मीनू ने पहले शादी करने से क्यों मना कर दिया था ?
२. मीनू पर किसने अपशब्दों की बौछार की थी और क्यों ?
३. तब की मीनू और अब की मीनू में क्या अंतर है ? समझाकर लिखिए .
४. नया रास्ता उपन्यास से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
Liability Disclaimer -
ICSE QUESTION PAPERS 2019 CLASS 10th Model Papers प्रश्न पत्र केवल के परीक्षा के सहयोग के लिए लिखा गया है ,ताकि छात्र अधिक से अधिक अंक प्राप्त कर सके। लेकिन हिन्दीकुंज.कॉम किसी प्रकार के प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।किसी प्रकार क्षति के लिए हिन्दीकुंज.कॉम जिम्मेदार नहीं होगा।अतः इस प्रकार के प्रश्नों का लाभ उठाये लेकिन इस पर पूरी तरह से निर्भर न रहे। आप अन्य अध्ययन सामग्री को भी पढ़े व लाभ उठाये।
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