विशेषण की परिभाषा भेद और उदाहरण विशेषण शब्द विशेषण हिंदी व्याकरण विशेषण के भेद उदाहरण सहित Adjective Hindi grammar hindi grammar adjective in hindi
विशेषण की परिभाषा भेद और उदाहरण
विशेषण विशेषण शब्द विशेषण हिंदी व्याकरण विशेषण के भेद उदाहरण सहित Adjective Hindi grammar hindi grammar adjective in hindi विशेषण परिभाषा भेद और उदाहरण
विशेषण की परिभाषा उदाहरण सहित
विशेषण :- जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता (गुण,दोष ,अवस्था,परिमाण या संख्या) का बोध कराते है, उन्हें विशेषण कहते है। जैसे - १.टोकरी में मीठे संतरे है। २.रीता सुंदर है। इन वाक्यों में मीठे से संतरे की,सुंदर से रीता की विशेषता प्रकट होती है। यहाँ मीठे और सुंदर शब्द विशेषण है,क्योंकि संज्ञा मीठे और सुंदर की विशेषता बताते है।
भारत एक प्राचीन देश है। हिमालय सबसे ऊँचा पर्वत है। हमारे देश में बहुत सारे मंदिर है।
इन वाक्यों में प्रयुक्त प्राचीन ,ऊँचा ,बहुत शब्द अपने साथ आये संज्ञा शब्दों की विशेषता बताते हैं। प्राचीन देश की विशेषता बताता है ,ऊँचा पर्वत की और बहुत मंदिरों की विशेषता बताते हैं। इन शब्दों का प्रयोग संज्ञा की विशेषता बताने के लिए ही किया गया है। ऐसे शब्द विशेषण कहलाते हैं।
विशेषण के भेद और उदाहरण
विशेषण के छः भेद होते है:-
नोट:- "किस प्रकार' का प्रश्न करने पर उत्तर में आनेवाला शब्द गुणवाचक विशेषण होगा।
१.गुणवाचक विशेषण :- जो विशेषण शब्द रंग,रूप ,आकार,अच्छाई ,बुराई,स्वाद आदि सम्बन्धी विशेषण बताते है,वे गुणवाचक विशेषण कहलाते है। जैसे - लंबा पेड़,लाल कार,सफ़ेद कमीज आदि।
नोट:- "किस प्रकार' का प्रश्न करने पर उत्तर में आनेवाला शब्द गुणवाचक विशेषण होगा।
२.परिमाणवाचक विशेषण :- माप या तौल- परिमाण सम्बन्धी विशेषता बताने वाले शब्द परिमाणवाचक विशेषण कहलाते है। जैसे -चार किलो चावल,थोड़ा आटा,बहुत पानी ,कम तेल ।
इसके भी दो भेद होते है :-
१.निश्चित परिमाणवाचक :- जिस विशेषण शब्द से निश्चित परिमाण का बोध हो,उसे निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते है। जैसे - चार किलो चावल ।
२.अनिश्चित परिमाणवाचक :- जिस विशेषण शब्द से किसी निश्चित परिमाण का बोध न हो पाये ,तो उसे अनिश्चित परिणामवाचक विशेषण कहते है। जैसे - थोड़ा पानी,कुछ दाल।
नोट :- "कितना "प्रश्न करने पर उत्तर में आने वाला शब्द परिमाणवाचक विशेषण कहते है।
३.संख्यावाचक विशेषण :- जिस विशेषण शब्द से संज्ञा की संख्या का ज्ञान होता है, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते है। जैसे - पाँच केले,चार वृक्ष ,कुछ पतंगे ,दो गायें ।
संख्यावाचक विशेषण दो प्रकार के होते है -१.निश्चय संख्यावाचक :- जिससे निश्चित संख्या का बोध होता है। जैसे - पाँच केले ,चार वृक्ष ,तीन कलम ।
२.अनिश्चयवाचक संख्यावाचक :- इससे संख्या का निश्चित ज्ञान नही होता । जैसे - कुछ पतंगे ,कई दर्शक ।
नोट :- संज्ञा के पहले "कितना" लगाने पर जो उत्तर प्राप्त होता है,वह संकेतवाचक विशेषण होता है।
४.सार्वनामिक विशेषण :- जिस सर्वनाम शब्दों का प्रयोग विशेषण के रूप में होता है,उसे सार्वनामिक विशेषण कहते है। जैसे - वह बालक ,वह पुस्तक ।
नोट :- संज्ञा के पहले कौन सा लगाने से जो उत्तर प्राप्त होता है, वह सार्वनामिक विशेषण होता है।
५.व्यक्तिवाचक विशेषण :- जो शब्द संज्ञा की विशेषता बतलाते है, और व्यक्तिवाचक संज्ञा से बने होते है,उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहते है।
६.प्रश्नवाचक विशेषण :- जिन शब्दों से किसी संज्ञा या सर्वनाम के विषय में जानना या प्रश्न पूछना प्रकट हो,उसे प्रश्नवाचक विशेषण कहते है। जैसे - कौन सी पुस्तक है, कौन व्यक्ति आया था ? ।
विशेषण की अवस्थाएँ
तुलना की दृष्टि से विशेषण की तीन अवस्थाएँ होती हैं -
- मूलावस्था - जब विशेषण किसी की अवस्था को मूल रूप से बताये अर्थात उसकी किसी अन्य से तुलना न की जाए ,उसे मूलावस्था कहते हैं। जैसे - वीणा एक तेज़ छात्रा है।
- उत्तरावस्था - जब किसी एक की किसी दूसरे की विशेषता से तुलना होती है ,उसे उत्तरावस्था कहते हैं। जैसे - मोहन कमल से अधिक चतुर है।
- उत्तमावस्था - जब कई व्यक्तियों या वस्तुओं में से किसी एक को अन्य सबसे अच्छा बताया जाए ,वहाँ उत्तमावस्था होती है। जैसे - वह अपनी सभी बहनों में सुन्दरतम है। वर्मा जी सबसे अच्छा बोलते हैं।
विशेषण बनाने के नियम
कुछ शब्द ही मूल रूप से विशेषण होते हैं। आवश्यकतानुसार संज्ञा ,क्रिया ,सर्वनाम और अव्यय शब्दों से विशेषण शब्द बनाये जाते हैं। इनकी रचना के लिए उपसर्ग और प्रत्यय आदि का सहारा लिया जाता है।
आ प्रत्यय जोड़कर - भूख से भूखा
ई प्रत्यय जोड़कर - दुःख से दुखी ,भला से भली।
वान प्रत्यय जोड़ कर - गुण से गुणवान ,रूप से रूपवान
मान प्रत्यय जोड़कर - बुद्धि से बुद्धिमान ,श्री से श्रीमान
सहित प्रत्यय जोड़कर - दल से दल सहित
रहित प्रत्यय जोड़कर - मान से मानरहित
इला प्रत्यय जोड़कर - विष से विषैला
इक प्रत्यय जोड़कर - समय से सामायिक ,मानव से मानविक
आकू प्रत्यय जोड़कर - लड़ना से लड़ाकू ,पढ़ना से पढ़ाकू
इन प्रत्यय जोड़कर - कुल से कुलीन
अव्यय के साथ का जोड़कर - आज का विषय
वाला जोड़कर - दूध से दूधवाला
ता प्रत्यय - मानव से मानवता ,पशु से पशुता
बहुत-बहुत धन्यवाद इस सार्थक लेख को हम तक पहुचाने के लिये। आभार
हटाएंIsi bahaane hum bhi seekh gaye visheshan kya hota hai.......... shukriya
हटाएंkafi acchi tarah se samjhaya gya hai kintu vartni kuch ek ashudh hain
हटाएंthanks for hindi vyakaran aapse ek request karni thi aap isame prarup lekhan & prativedan bhi jod de hamarain parikhsa ke liye thanks,pratima pareek
हटाएंbahut accha h....dhanyavad
हटाएंविशेषण ke 4 भेद होते है:-
हटाएंpar 4 to book's me pade the
ab 6 kese hote hai
yade question aaye to hum 4 like ya 6.......
RISHABH PANT8923059794
UTTRAKHAND
thanks hindi kung .....i m real obliged to you.... i m realy benifited by your site.....thanks again....
हटाएंSir its realy helps me m preparing for htet nd realy it helps me to understand the topic
हटाएंthanks -------------------------------------------------------------------------------sssss
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हटाएंthanks for giving us valueble knowledge keep on doing
हटाएंvery informative.
हटाएंPichle 5 dino we baht garmi h
हटाएंIs vaya me visheshan shard kon saree hoga?
gati ka vishleshan kya hota plz told me anybody
हटाएंरफ़्तार
हटाएंरफ्तार
हटाएंgati ka vishleshan kya hoga anybody told me
हटाएंgulab ka vishleshan kya hoga koi bataye plz
हटाएंगुलाब @ गुलाबी
हटाएंThanks sir
हटाएंDood sir
हटाएं5लीटर मे विशेष्य है
हटाएंFen sabd ka bisesan kya he
हटाएंsahi hai
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