दोस्त कैसा हो दोस्तों, दोस्त के बगैर जिन्दगी सूनी होती है जिसका हृदय पाषाण होता है उसके पास दोस्त न के बराबर होते हैं |
दोस्त कैसा हो
दोस्तों, दोस्त के बगैर जिन्दगी सूनी होती है जिसका हृदय पाषाण होता है उसके पास दोस्त न के बराबर होते हैं | जिन्दगी को खूबसूरत बनाना है तो उसमें दोस्त को भी शामिल कीजिये जो आपके जीवन में खुशियाँ देगा, नये -नये तराने देगा, बुराइयों से बचायेगा, आपकी जिन्दगी को खूबसूरत फूलों से भरेगा, नये-नये विचारों से ओतप्रोत करेगा, यही तो एक सच्चा दोश्त करता है | सहीं रास्ते की ओर चलने की प्रेरणा देगा, आपके सुख व दुःख में साथी अगर होता है तो वह दोस्त ही होगा जिस आँगन में कभी कोई दोस्त नहीं आया वह आँगन कुटिल है | उस आँगन में कभी भी अच्छा फूल नहीं खिल सकता है | वहाँ पर स्वार्थरूपी गंदगी का निवास होता है | उस घर आँगन की मुश्कान समझिये की गायब है | अतः दोश्त का हमारे जीवन में पानी की तरह महत्व है |
जब भी आप को महसूस हो कि दोस्त की जरूरत है तो एक अच्छे व सच्चे दोश्त की तलाश करिये जिसमें सरलता हो, हृदय में सज्जनता हो, लालची न हो, गुणी भी हो,सच्चे विचारों से भरा हो, वह आपको बुराइयों से बचाने वाला हो, इस तरह का व्यक्ति अगर आपका दोश्त बनता है तो समझो की आपका जीवन धन्य है | ऐसा दोस्त एकात बार रूठ जाये तो हमें बार बार मनाने की जरूरत पड़े तो मना लेना चाहिये क्योंकि इस तरह का दोश्त मिलना मुश्किल है, ऐसा दोश्त जो आपको सच्चे राह पर चलने के लिये दिशानिर्देशित करेगा वह सदैव संभालकर रखेगा | वह लालच कभी नहीं करेगा | वह विपरीत परिस्थितियों में विशाल चट्टान की तरह खड़ा रहेगा | वह आपका दुःख अपना दुःख समझेगा और आपकी खुशी को अपनी खुशी समझेगा, ऐसा दोश्त हर मुसीबत को गले लगाता फिरता रहेगा | सच में इस तरह के दोस्त तो भाग्यशाली लोगों को ही मिलता है नहीं तो इस जमाने में दोस्त का मिलना बड़ा दुष्कर्य है |
हमें खराब दोश्तों से दूर रहना चाहिये ऐसे लोगों से बचते रहना चाहिये चूंकि इस तरह के दोश्त आपको लटका सकते हैं | विशाल खड्ड में धकेल सकते हैं, जब तक पैसा तब तक आपके सच्चे दोश्त की तरह आपके आसपास मंडराते रहेगें आपको बुराइयों की तरफ ले जायेगें, बुराई करने में आनन्द को महसूस करेगें,खुशामद करने वाला दोश्त आपके जिन्दगी से खिलवाड़ कर सकता है,ऐसा दोश्त अपने दोश्त को गंदगी की ओर ढकेलेगा, नई रोशनी कभी नहीं दे सकता है | ऐसे दोश्त की समयाअवधि बहुत थोड़े समय के लिये होती है जिसका अस्तित्व शून्य है तो आप समझ सकते हैं कि इस तरह का दोश्त एक खतरनाक औषधि की तरह है | मनमानी करता रहेगा | वह अवगुणों से सदा भरा रहेगा और हमेशा कलुषित वातावरण तैयार करता रहेगा | वह आपकी बुराई को हर पल खोजता रहेगा | इस तरह के कष्टकारी दोश्त से हमें हजार हाथ दूर रहना चाहिये |
दोस्तों,,अंत में मैं कहना चाहूँगा कि असली दोस्त की पहचान करके ही हम सब को दोश्ती का हाथ फैलाना चाहिये ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत न हो दोश्ती करते समय बहुत ही झाड़ फूँक की आवश्यकता होती है | बिना झाड़ फूँक के सहीं दोश्त का आकलन नहीं किया जा सकता है | सहीं दोश्त की पहले वास्तविक ढंग से अवलोकन कर लेना चाहिये, नहीं तो यदि जीवन में कपटी दोश्त ने घुसपैठ किया तो बहुत ही दुर्दिन देखना पड़ सकता है | बिना दोश्त का जीवन जिया जा सकता है लेकिन कपटी दोश्त को लेकर जीवन जीना समुुद्र पार करने के समान है | अतः व्यक्ति को पहले परख लीजिये फिर दोश्त बनाइये, नहीं तो जीवन एक घुन की तरह हो जायेगा |
जयचन्द प्रजापति 'कक्कू'
जैतापुर,सियाडीह,हंडिया,इलाहाबाद
मो.7054868439
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