एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story

SHARE:

एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat- Class 5 Hindi Story | CBSE | NCERT |EK DIN KI BAADSHAHAT एक दिन की बादशाहत अध्याय 10 एक दिन की बादशाहत lesson-10 Aik Din Kee Badshahat. कक्षा 5 हिन्दी | रिमझिम. NCERT Solutions 5th Hindi Chapter 10-एक दिन की बादशाहत Aik din kee badshahat NCERT Class 5 Hindi Tenth Chapter Ek Din Ki Batswaht Exercise Question Solution. एक दिन की बादशाहत एक दिन की बादशाहत Summary Class 5 Hindi

एक दिन की बादशाहत 
Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story


एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story  CBSE NCERT EK DIN KI BAADSHAHAT एक दिन की बादशाहत अध्याय 10 एक दिन की बादशाहत lesson 10 Aik Din Kee Badshahat कक्षा 5 हिन्दी रिमझिम. NCERT Solutions 5th Hindi Chapter 10 एक दिन की बादशाहत Aik din kee badshahat NCERT Class 5 Hindi Tenth Chapter Ek Din Ki Batswaht Exercise Question Solution. एक दिन की बादशाहत एक दिन की बादशाहत Summary Class 5 Hindi


एक दिन की बादशाहत Summary Class 5 Hindi सारांश 

एक दिन की बादशाहत पाठ या कहानी में दो बच्चे आरिफ़ और सलीम की एक दिन की बादशाहत का ख़ूबसूरत और मज़ेदार चित्रण किया गया है | 

एक दिन की बादशाहत
एक दिन की बादशाहत
कहानी के अनुसार, आरिफ़ और सलीम दोनों बच्चे अपने घरवालों के हर वक़्त किसी न किसी बात पर टोकते रहने से परेशान रहते थे | 'ऐसा करो, वैसा मत करो’ , इस तरह की बातें हमेशा उनके कानों में गूँजते रहते थे | बच्चे अगर बाहर चले गए तो अम्मी पूछ बैठतीं कि बाहर क्यों हो और घर के अंदर हैं, तो दादी बोल पड़ती है बाहर जाओ, यहाँ शोर मत मचाओ | उन्हें हर वक़्त पाबंदी में रहने को मजबूर रहना पड़ता था | बच्चों की अपनी मर्ज़ी कभी नहीं चलती थी | 

एक दिन बच्चों को एक तरक़ीब सूझा | वे तुरन्त अपने अब्बा के पास गए और उनके सामने दरख़्वास्त पेश किए --- 

"एक दिन के लिए उन्हें बड़ों के सारे अधिकार दे दिए जाएं और सब बड़े छोटे बन जाएँ |"

अब्बा भी भला उस वक़्त कैसे मूड में थे कि बच्चों की बात मान गए और एकदिन के लिए हर किस्म के अधिकार उन दोनों को देने की बात कह दी | और अगले दिन सुबह से वह बात लागू भी हो गई | 

आरिफ़ ने अम्मी को झिंझोड़ डाला, “अम्मी, जल्दी उठिए, नाश्ता तैयार कीजिए !” अम्मी को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन उस दिन के लिए उनके सारे अधिकार छीने जा चुके थे | अब दादी की बारी थी | जैसे ही उन्होंने बादाम का हरीरा पीना शुरू किया, आरिफ ने उन्हें रोका --- “दादी ! कितना हरीरा पिएँगी आप… पेट फट जाएगा !” इसी प्रकार आरिफ ने खानसामे को आदेश देकर अपने सामने अंडे और मक्खन रखवाया और घर के बाकी सदस्यों को दलिया और दूध-बिस्कुट देने को कहा | आपा भी बेबस नज़र आ रही थी उस दिन | 

आरिफ़ और सलीम यहीं नहीं रुके | खाने की मेज पर सलीम ने अम्मी को टोका, “अम्मी, जरा अपने दाँत देखिए, पान खाने से कितने गंदे हो रहे हैं |” 
अम्मी ने सफाई दी कि वह अपना दाँत माँज चुकी हैं, सलीम ने जबरदस्ती कंधा पकड़कर उन्हें उठा दिया और गुसलखाने में भेज दिया | अब अब्बा की बारी थी | सलीम अब्बा की तरफ़ मुड़ा --- " कल कपड़े पहने थे और आज इतने मैले कर डाले !” अब्बा को हँसी-आ गई क्योंकि दोनों बच्चे बड़ों की सही नकल उतार रहे थे | अब्बा अपने दोस्तों के साथ बैठकर ग़ज़ल गुनगुना ही रहे थे कि आरिफ़ चिल्लाने लगा, “अब्बा, जल्दी ऑफिस जाइए |” दस बज गए हैं | इस बार अब्बा गुस्सा होते-होते शांत हो गए | 

खानसामा रज़िया (बच्चों की अम्मी) से यह पूछने के लिए आया कि खाने में क्या बनेगा, अम्मी को याद नहीं था कि उस दिन के लिए उन्हें अपने अधिकारों का प्रयोग नहीं करना है और उन्होंने खानसामे को आदेश देना शुरू कर दिया, “आलू, गोश्त, कबाब, मिर्चों का सालन……” | सलीम तुरंत आगे बढ़ आया और अम्मी की नकल उतारते हुए बोला, आज ये चीजें नहीं पकेंगी ! आज गुलाब जामुन, गाजर का हलवा और मीठे चावल पकाओ !”

दादी किसी से तू-तू मैं-मैं किए जा रही थीं | “ओफ्फो ! दादी तो शोर के मारे दिमाग पिघलाए दे रही हैं !” आरिफ ने दादी की तरह दोनों हाथों में सिर थामकर कहा | दादी को बहुत गुस्सा तो आया पर वो अब्बा के समझाने पर खून का घूँट पीकर रह गईं | 
कॉलेज का वक्त हो जाने पर भाई जान ने कहा --- 

“अम्मी, शाम को देर से आऊँगा, दोस्तों के साथ फिल्म देखने जाना है |”

“खबरदार !”--- आरिफ ने आँखें निकालकर उन्हें धमकाया !” कोई जरूरत नहीं फ़िल्म देखने की ! इम्तिहान करीब है |” 

इतने में बच्चों की नज़र आपा पर पड़ गई | सलीम उनका गौर से मुआयना करके बोला --- 

“इतनी भारी साड़ी क्यों पहनी ? शाम तक गारत हो आएगी |… आज वह सफेद वॉयल की साड़ी पहनना |” 

“हमारे कॉलेज में आज फंक्शन है |” --- आपा ने कहा | 

“हुआ करे … मैं क्या कह रहा हूं … सुना नहीं …?” 

अपनी इतनी अच्छी नकल देखकर आपा शर्मिंदा हो गईं | इस तरह आदेश देते-देते एक दिन की बादशाहत ख़त्म हो गई | दूसरी सुबह हो गई | सलीम की आँख खुली तो आपा नाश्ते की मेज सजाए उन दोनों के उठने का इंतज़ार कर रही थी | अम्मी ने खानसामे को हर खाने के साथ एक मीठी चीज़ बनाने का आदेश दे दिया | अब्बा का भी रुख अब बदल गया था | 

मतलब घर के बड़ों को एहसास हो गया था कि हुक्म देना या फ़रमान सुनाना आसान है | मगर उसका अपनी ख़्वाहिशों को मार कर पालन करना उतना ही ज़्यादा मुश्किल...|| 

एक दिन की बादशाहत कहानी का उद्देश्य 

बच्चों पर अत्यधिक पाबंदियाँ न लगाकर , उन्हें उनके कर्तव्यों के प्रति सचेत या जागरूक करना चाहिए | अधिकारों की माँग के साथ-साथ कर्तव्यों का निर्वाह जरूरी है | 

एक दिन की बादशाहत प्रश्न उत्तर 


प्रश्न-1 अब्बा ने क्या सोचकर आरिफ़ की बात मान ली ?

उत्तर- स्वाभाविक रूप से घर के बड़े बच्चों पर अपना हुक़्म जताते हैं | जब आरिफ़ ने अपने अब्बा को कहा कि एक दिन के लिए उन्हें बड़ों के सारे अधिकार दे दिए जाएं और सब बड़े छोटे बन जाएँ | तो अब्बा ने बच्चों की बात मान ली | वे सोचे होंगे, चलो बच्चे भी एक दिन की बादशाहत से खुश हो जाएंगे | इसलिए उन्होंने आरिफ़ की बात मान ली | 

प्रश्न-2 कहानी में उस दिन बच्चों को सारे बड़ों वाले काम करने पड़े थे | ऐसे में कौन एक दिन का असली ‘बादशाह’ बन गया था ?

उत्तर-  कहानी में आरिफ़ और सलीम एक दिन का असली बादशाह बन गए थे | सारे बड़ों वाले काम इन दोनों ने किया था और घर के बड़ों पर अपना हुक्म जता रहे थे | 

प्रश्न-3 ‘बादशाहत’ क्या होती है ? चर्चा करो | 

उत्तर-  "बादशाहत" शब्द "बादशाह" शब्द से बना है | बादशाह से आशय उस शासक या राजा से है, जो किसी एक खास इलाके पर हुकूमत करता था | सारी प्रजा पर राज करता था | बादशाह के इसी अधिकार को ‘बादशाहत’ कहते हैं | 

प्रश्न-4 तुम्हारे विचार से इस कहानी का नाम ‘एक दिन की बादशाहत’ क्यों रखा गया है ? तुम भी अपने मन से सोचकर कहानी को कोई शीर्षक दो | 

उत्तर- हमारे विचार से इस कहानी का नाम 'एक दिन की बादशाहत' इसलिए रखा गया है, क्योंकि घर में आरिफ़ और सलीम दोनों छोटे बच्चे थे | इन पर घर के सभी बड़े हुक्म चलाते थे | एकदिन आरिफ़ और सलीम को अब्बा की इजाजत से घर के सभी बड़ों पर हुकुम चलाने का अधिकार मिला गया, जिसके कारण उन्होंने सारे बड़ों को उनकी गलतियों का एहसास दिलाया | फलस्वरूप, इस कहानी का नाम “एक दिन की बादशाहत” पड़ा | 

इस कहानी का अन्य शीर्षक यह हो सकता है --- "बच्चों की हुकूमत बड़ों पर"

प्रश्न-5 वह एक दिन बहुत अनोखा था जब बच्चों को बड़ों के अधिकार मिल गए थे | वह दिन बीत जाने के बाद इन्होंने क्या सोचा होगा– 
• आरिफ़ ने
• अम्मा ने
• दादी ने 

उत्तर- वाकई, वह एक दिन बहुत अनोखा था, जब बच्चों को बड़ों के अधिकार मिल गए थे | वह दिन बीत जाने के बाद इन लोगों ने यह सोचा होगा - 

• आरिफ़ ने – आरिफ़ को घर के बड़ों पर हुकूमत  जता के मजा आ रहा था | वह सोचा होगा कि हमेशा ऐसा दिन रहे | 

• अम्मा ने – अम्मा को इस बात का एहसास हो गया होगा कि बच्चों पर कुछ ज़्यादा ही ज्यादती हो रहा था | इसलिए उसने सोचा होगा चलो आज बच्चों की बात मानकर उन्हें खुशी दे दी |दुबारा उनकी ख़ुशियों का भी ख़्याल रखने की सोची होगी | 

• दादी ने – दादी को भी एहसास हुआ होगा कि बच्चों की भावनाओं को दरकिनार करके वह ठीक नहीं करती थी | बच्चों को खुश देखकर वह भी बच्चों की ख़ुशियों का ख़्याल रखने की बात सोची  होगी | 


एक दिन की बादशाहत शब्दार्थ

• किस्म - प्रकार 
• मुसीबत - समस्या, तकलीफ़ 
• पाबंदी - रोक 
• तकरार - झगड़ा, बहस 
• तरकीबें - उपाय 
• ख़िदमत - सेवा 
• दरखास्त - अर्जी, आवेदन 
• ऊधम मचाना - शोर मचाना
• इकरार - मान लेना, क़बूल करना 
• झापड़ रसीद करना - थप्पड़ मारना
• बेबस - लाचार
• गुसलखाना - स्नानघर 
• गत - दशा
• फौरन - तुरंत, शीघ्र 
• तुनककर - गुस्सा में 
• खून का चूंट पीकर रह जाना - गुस्सा दबा लेना
• इम्तिहान - परीक्षा
• लपके - आगे की तरफ़ बढ़े 
• निहायत - बिल्कुल, निश्चित रूप से 
• हुक्म - आदेश
• हर्ज - नुक़सान, घाटा 


COMMENTS

Leave a Reply: 1
आपकी मूल्यवान टिप्पणियाँ हमें उत्साह और सबल प्रदान करती हैं, आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है !
टिप्पणी के सामान्य नियम -
१. अपनी टिप्पणी में सभ्य भाषा का प्रयोग करें .
२. किसी की भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी न करें .
३. अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .

नाम

अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश,3,अकबर इलाहाबादी,11,अकबर बीरबल के किस्से,62,अज्ञेय,37,अटल बिहारी वाजपेयी,1,अदम गोंडवी,3,अनंतमूर्ति,3,अनौपचारिक पत्र,16,अन्तोन चेख़व,2,अमीर खुसरो,7,अमृत राय,1,अमृतलाल नागर,1,अमृता प्रीतम,5,अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध",7,अली सरदार जाफ़री,3,अष्टछाप,4,असगर वज़ाहत,11,आनंदमठ,4,आरती,11,आर्थिक लेख,8,आषाढ़ का एक दिन,22,इक़बाल,2,इब्ने इंशा,27,इस्मत चुगताई,3,उपेन्द्रनाथ अश्क,1,उर्दू साहित्‍य,179,उर्दू हिंदी शब्दकोश,1,उषा प्रियंवदा,5,एकांकी संचय,7,औपचारिक पत्र,32,कक्षा 10 हिन्दी स्पर्श भाग 2,17,कबीर के दोहे,19,कबीर के पद,1,कबीरदास,19,कमलेश्वर,7,कविता,1478,कहानी लेखन हिंदी,17,कहानी सुनो,2,काका हाथरसी,4,कामायनी,6,काव्य मंजरी,11,काव्यशास्त्र,40,काशीनाथ सिंह,1,कुंज वीथि,12,कुँवर नारायण,1,कुबेरनाथ राय,2,कुर्रतुल-ऐन-हैदर,1,कृष्णा सोबती,3,केदारनाथ अग्रवाल,4,केशवदास,6,कैफ़ी आज़मी,4,क्षेत्रपाल शर्मा,52,खलील जिब्रान,3,ग़ज़ल,139,गजानन माधव "मुक्तिबोध",15,गीतांजलि,1,गोदान,7,गोपाल सिंह नेपाली,1,गोपालदास नीरज,10,गोरख पाण्डेय,3,गोरा,2,घनानंद,3,चन्द्रधर शर्मा गुलेरी,6,चमरासुर उपन्यास,7,चाणक्य नीति,5,चित्र शृंखला,1,चुटकुले जोक्स,15,छायावाद,6,जगदीश्वर चतुर्वेदी,17,जयशंकर प्रसाद,35,जातक कथाएँ,10,जीवन परिचय,77,ज़ेन कहानियाँ,2,जैनेन्द्र कुमार,7,जोश मलीहाबादी,2,ज़ौक़,4,तुलसीदास,28,तेलानीराम के किस्से,7,त्रिलोचन,4,दाग़ देहलवी,5,दादी माँ की कहानियाँ,1,दुष्यंत कुमार,7,देव,1,देवी नागरानी,23,धर्मवीर भारती,12,नज़ीर अकबराबादी,3,नव कहानी,2,नवगीत,1,नागार्जुन,25,नाटक,1,निराला,39,निर्मल वर्मा,4,निर्मला,42,नेत्रा देशपाण्डेय,3,पंचतंत्र की कहानियां,42,पत्र लेखन,202,परशुराम की प्रतीक्षा,3,पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र',4,पाण्डेय बेचन शर्मा,1,पुस्तक समीक्षा,141,प्रयोजनमूलक हिंदी,38,प्रेमचंद,50,प्रेमचंद की कहानियाँ,91,प्रेरक कहानी,16,फणीश्वर नाथ रेणु,4,फ़िराक़ गोरखपुरी,9,फ़ैज़ अहमद फ़ैज़,24,बच्चों की कहानियां,88,बदीउज़्ज़माँ,1,बहादुर शाह ज़फ़र,6,बाल कहानियाँ,14,बाल दिवस,3,बालकृष्ण शर्मा 'नवीन',1,बिहारी,8,बैताल पचीसी,2,बोधिसत्व,9,भक्ति साहित्य,143,भगवतीचरण वर्मा,7,भवानीप्रसाद मिश्र,3,भारतीय कहानियाँ,61,भारतीय व्यंग्य चित्रकार,7,भारतीय शिक्षा का इतिहास,3,भारतेन्दु हरिश्चन्द्र,10,भाषा विज्ञान,18,भीष्म साहनी,9,भैरव प्रसाद गुप्त,2,मंगल ज्ञानानुभाव,22,मजरूह सुल्तानपुरी,1,मधुशाला,7,मनोज सिंह,16,मन्नू भंडारी,10,मलिक मुहम्मद जायसी,9,महादेवी वर्मा,20,महावीरप्रसाद द्विवेदी,3,महीप सिंह,1,महेंद्र भटनागर,73,माखनलाल चतुर्वेदी,3,मिर्ज़ा गालिब,39,मीर तक़ी 'मीर',20,मीरा बाई के पद,22,मुल्ला नसरुद्दीन,6,मुहावरे,4,मैथिलीशरण गुप्त,14,मैला आँचल,8,मोहन राकेश,16,यशपाल,19,रंगराज अयंगर,43,रघुवीर सहाय,6,रणजीत कुमार,29,रवीन्द्रनाथ ठाकुर,22,रसखान,11,रांगेय राघव,2,राजकमल चौधरी,1,राजनीतिक लेख,21,राजभाषा हिंदी,66,राजिन्दर सिंह बेदी,1,राजीव कुमार थेपड़ा,4,रामचंद्र शुक्ल,3,रामधारी सिंह दिनकर,25,रामप्रसाद 'बिस्मिल',1,रामविलास शर्मा,9,राही मासूम रजा,8,राहुल सांकृत्यायन,2,रीतिकाल,3,रैदास,4,लघु कथा,125,लोकगीत,1,वरदान,11,विचार मंथन,60,विज्ञान,1,विदेशी कहानियाँ,34,विद्यापति,8,विविध जानकारी,1,विष्णु प्रभाकर,3,वृंदावनलाल वर्मा,1,वैज्ञानिक लेख,8,शमशेर बहादुर सिंह,6,शमोएल अहमद,5,शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय,1,शरद जोशी,3,शिक्षाशास्त्र,6,शिवमंगल सिंह सुमन,6,शुभकामना,1,शेख चिल्ली की कहानी,1,शैक्षणिक लेख,57,शैलेश मटियानी,3,श्यामसुन्दर दास,1,श्रीकांत वर्मा,1,श्रीलाल शुक्ल,4,संयुक्त राष्ट्र संघ,1,संस्मरण,34,सआदत हसन मंटो,10,सतरंगी बातें,33,सन्देश,44,समसामयिक हिंदी लेख,270,समीक्षा,1,सर्वेश्वरदयाल सक्सेना,19,सारा आकाश,22,साहित्य सागर,22,साहित्यिक लेख,87,साहिर लुधियानवी,5,सिंह और सियार,1,सुदर्शन,3,सुदामा पाण्डेय "धूमिल",10,सुभद्राकुमारी चौहान,7,सुमित्रानंदन पन्त,23,सूरदास,16,सूरदास के पद,21,स्त्री विमर्श,11,हजारी प्रसाद द्विवेदी,4,हरिवंशराय बच्चन,28,हरिशंकर परसाई,24,हिंदी कथाकार,12,हिंदी निबंध,437,हिंदी लेख,536,हिंदी व्यंग्य लेख,14,हिंदी समाचार,186,हिंदीकुंज सहयोग,1,हिन्दी,7,हिन्दी टूल,4,हिन्दी आलोचक,7,हिन्दी कहानी,32,हिन्दी गद्यकार,4,हिन्दी दिवस,91,हिन्दी वर्णमाला,3,हिन्दी व्याकरण,45,हिन्दी संख्याएँ,1,हिन्दी साहित्य,9,हिन्दी साहित्य का इतिहास,21,हिन्दीकुंज विडियो,11,aapka-banti-mannu-bhandari,6,aaroh bhag 2,14,astrology,1,Attaullah Khan,2,baccho ke liye hindi kavita,70,Beauty Tips Hindi,3,bhasha-vigyan,1,chitra-varnan-hindi,3,Class 10 Hindi Kritika कृतिका Bhag 2,5,Class 11 Hindi Antral NCERT Solution,3,Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1,17,Class 9 Hindi Sparsh,15,divya-upanyas-yashpal,5,English Grammar in Hindi,3,formal-letter-in-hindi-format,143,Godan by Premchand,12,hindi ebooks,5,Hindi Ekanki,20,hindi essay,429,hindi grammar,52,Hindi Sahitya Ka Itihas,105,hindi stories,682,hindi-bal-ram-katha,12,hindi-gadya-sahitya,8,hindi-kavita-ki-vyakhya,19,hindi-notes-university-exams,77,ICSE Hindi Gadya Sankalan,11,icse-bhasha-sanchay-8-solutions,18,informal-letter-in-hindi-format,59,jyotish-astrology,23,kavyagat-visheshta,26,Kshitij Bhag 2,10,lok-sabha-in-hindi,18,love-letter-hindi,3,mb,72,motivational books,12,naya raasta icse,9,NCERT Class 10 Hindi Sanchayan संचयन Bhag 2,3,NCERT Class 11 Hindi Aroh आरोह भाग-1,20,ncert class 6 hindi vasant bhag 1,14,NCERT Class 9 Hindi Kritika कृतिका Bhag 1,5,NCERT Hindi Rimjhim Class 2,13,NCERT Rimjhim Class 4,14,ncert rimjhim class 5,19,NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva,12,NCERT Solutions Class 8 Hindi Durva,17,NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan वितान भाग 1,3,NCERT Solutions for class 12 Humanities Hindi Antral Bhag 2,4,NCERT Solutions Hindi Class 11 Antra Bhag 1,19,NCERT Vasant Bhag 3 For Class 8,12,NCERT/CBSE Class 9 Hindi book Sanchayan,6,Nootan Gunjan Hindi Pathmala Class 8,18,Notifications,5,nutan-gunjan-hindi-pathmala-6-solutions,17,nutan-gunjan-hindi-pathmala-7-solutions,18,political-science-notes-hindi,1,question paper,19,quizzes,8,raag-darbari-shrilal-shukla,8,Rimjhim Class 3,14,samvad-lekhan-in-hindi,6,Sankshipt Budhcharit,5,Shayari In Hindi,16,skandagupta-natak-jaishankar-prasad,6,sponsored news,10,suraj-ka-satvan-ghoda-dharmveer-bharti,6,Syllabus,7,tamas-upanyas-bhisham-sahni,4,top-classic-hindi-stories,59,UP Board Class 10 Hindi,4,Vasant Bhag - 2 Textbook In Hindi For Class - 7,11,vitaan-hindi-pathmala-8-solutions,16,VITAN BHAG-2,5,vocabulary,19,
ltr
item
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story
एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story
एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat Class 5 Hindi Story एक दिन की बादशाहत Ek Din Ki Badshahat- Class 5 Hindi Story | CBSE | NCERT |EK DIN KI BAADSHAHAT एक दिन की बादशाहत अध्याय 10 एक दिन की बादशाहत lesson-10 Aik Din Kee Badshahat. कक्षा 5 हिन्दी | रिमझिम. NCERT Solutions 5th Hindi Chapter 10-एक दिन की बादशाहत Aik din kee badshahat NCERT Class 5 Hindi Tenth Chapter Ek Din Ki Batswaht Exercise Question Solution. एक दिन की बादशाहत एक दिन की बादशाहत Summary Class 5 Hindi
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhAEj1vnhIqe_xn6zlN4xVuciF9zXLN7LlfrHm3V50-JcPEiJiG0hqxoJWFK6jjL1TwE6U6lVBvVT0R_AdgekHlYqFC3G9MCJZEZkeuGWbBWvm-iQViiGcAUnIrEAtg7fBfHwxW9qIFBmDW/s320/10.+ek+din+ki+..-page-001.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhAEj1vnhIqe_xn6zlN4xVuciF9zXLN7LlfrHm3V50-JcPEiJiG0hqxoJWFK6jjL1TwE6U6lVBvVT0R_AdgekHlYqFC3G9MCJZEZkeuGWbBWvm-iQViiGcAUnIrEAtg7fBfHwxW9qIFBmDW/s72-c/10.+ek+din+ki+..-page-001.jpg
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
https://www.hindikunj.com/2020/06/ek-din-ki-badshahat.html
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/2020/06/ek-din-ki-badshahat.html
true
6755820785026826471
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका