गीत कविता केदारनाथ अग्रवाल Geet Poem Class 7 Ncert Hindi Durva गीत केदारनाथ अग्रवाल कविता का भावार्थ प्रश्न उत्तर कवि फूलों ,गीतों और विद्या की खेती
गीत कविता - केदारनाथ अग्रवाल
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गीत केदारनाथ अग्रवाल कविता का भावार्थ
इसी जन्म में, इस जीवन में
हमको तुमको मान मिलेगा।
गीतों की खेती करने को
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा।गीत कविता
क्लेश जहाँ है, फूल खिलेगा
हमको तुमको त्रान मिलेगा।
फूलों की खेती करने को
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा।
दीप बुझे हैं, जिन आँखों के
उन आँखों को ज्ञान मिलेगा।
विद्या की खेती करने को
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा।
मैं कहता हूँ, फिर कहता हूँ
हमको तुमको प्रान मिलेगा।
मोरों सा नर्तन करने को
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा।
व्याख्या - प्रस्तुत कविता में कवि केदारनाथ अग्रवाल जी ने अपनी कविता गीत के माध्यम से समाज के वंचित व पीड़ितों को नयी वाणी दी है। उन्होंने पीड़ितों - दलितों को भरोसा दिलवाते हुए कहा है कि इस जीवन में ही हमें मान सम्मान प्राप्त होगा। हम अपने मधुर गीतों द्वारा पूरे भारत को सराबोर कर देंगे। आपस में भाईचारा की बढ़ोत्तरी होने से सभी में प्रेम रहेगा। प्रेम बढ़ने से लोग में व्याप्त ईर्ष्या द्वेष आदि भावनाएं समाप्त हो जायेंगी। प्रेम का फूल खिलने से सभी का भला होगा। यह प्रेम रूपी फूलों का प्रचार - प्रसार पूरे भारत में फैलेगा। जो मनुष्य अज्ञानता के कारण अशिक्षा से ग्रसित है। जो निराशावादी हो चुके हैं ,जो भविष्य के बारे में नहीं सोच पाते हैं ,उन्हें भविष्यदृष्टि प्राप्त होगी। अशिक्षिततों को पठन - पाठन का मौका प्राप्त होगा। शिक्षा के प्रसार से पूरा भारत पल्लवित होगा। कवि विश्वास के साथ कहता है कि जो निर्बल है ,सबलों द्वारा दबाये गए हैं ,उन्हें नया जीवन प्राप्त होगा। नया जीवन प्राप्त करने के बाद ,भारत का हर आदमी मोरों की तरह नाचने लगेगा और पूरा हिंदुस्तान हर्ष - उल्लास का आनंद लेगा।
गीत कविता के प्रश्न उत्तर
क. कवि फूलों ,गीतों और विद्या की खेती क्यों करना चाहता है ?
१. क. कवि फूलों द्वारा प्रेम का प्रचार प्रसार करना चाहता है। अपने गीतों द्वारा कवि जनमानस को जागृत करना चाहता है,ताकि जनता अपने अधिकारों के लिए लड़ सके। विद्या द्वारा लोग शिक्षित होंगे और उन्हें ज्ञान प्राप्त होगा।
ख. इसी जन्म में ,इस जीवन में ,हमको तुमको मान मिलेगा। इसमें किसे मान मिलने की बात कही गयी है ?
ख. कवि इसी जन्म काल में लोगों को अपने अधिकारों मिलने की बात कहा है। समाज के दबे कुचले लोग ,जो अपने अत्याचारियों के हाथों अत्याचार सहकर निराश हो चुके हैं। उनमें आशा का प्रचार करना ही कवि का उद्देश्य है। कवि उन्हें भरोसा दिलाते हुए कहता है कि इस जन्म में तुम्हे सम्मान प्राप्त होगा।
ग. कविता की कुछ पंक्तियाँ छाँटकर लिखो जिनसे पता लगता है कि कवि को इस बात का पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा।
ग. कविता की निम्नलिखित पंक्तियाँ हैं ,जिनसे पता लगता है कि कवि को इस बात का पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा -
घ. कविता में कवि बार - बार मान मिलने की बात करता है। मान मिलने से हमारे - तुम्हारे जीवन में क्या बदलाव आएगा ?
घ. कविता में कवि बार - बार मान मिलने की बात करता है। सम्मान मिलने से व्यक्ति का जीवन परिवर्तित हो जाता है। समाज में जितने भी भेदभाव है ,उनमें सम्मान के भेद भाव के कारण ही लोग आपस में क्लेश रखते हैं। यदि सबको बराबर सम्मान मिलेगा तो लोग आपसी लडाई झगडे को भूलकर सौहार्द्र से रहेंगे।
४. रिक्त स्थान पूरे करो
नमूना - वह मोर सा नाचता है।
उ. उत्तर निम्नलिखित है -
क.लक्की बादल की तरह गरजता है।
ख. सलमा हिरन की तरह दौड़ती है।
ग. मेगाश्री की आवाज कोयल की तरह मीठी है।
घ. मनीष के कान खरगोश की तरह तेज़ है।
५. इन शब्दों की रचना देखो - अनुमान ,अपमान। ये शब्द "मान " शब्द में अनु और अप उपसर्ग लगाकर बनाये गए हैं। इसी प्रकार तुम भी मान शब्द में कुछ दूसरे उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाओ।
उ. उत्तर निम्नलिखित है -
अभिमान ,सामान ,सम्मान ,विमान ,श्रीमान ,वर्तमान ,अनुमान ,स्वाभिमान आदि शब्द
गीत कविता के शब्दार्थ
मान - आदर ,सम्मान।
प्रान - प्राण
क्लेश - पीड़ा
त्रान - भय के कारण से मुक्ति।
नर्तन - नृत्य ,नाच।
ज्ञान - जानकारी ,जानना
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