पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’

SHARE:

पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’ यूं तो पूरी दुनियां में ज्यादातर इंसानों का जन्मदिन मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी किसी इंसान को

पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’


यूं तो पूरी दुनियां में ज्यादातर इंसानों का जन्मदिन मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी किसी इंसान को पेड़ों का जन्मदिन मनाते देखा या सुना है? अगर नहीं सुना है तो छत्तीसगढ़ के एक पर्यावरण प्रेमी यह कार्य पिछले 18 सालों से करते आ रहे हैं, इसी तरह वह रक्षा बंधन पर हर साल पेड़ों को राखी यानि रक्षा सूत्र भी बांधते हैं और जीवनभर उनकी देखभाल करने का वचन देते हैं। वे पेड़ों को अपना मित्र समझते हैं, उनकी देखभाल अपने बच्चों की तरह करते हैं। इसलिए उन्होंने अपनी बेटी का नाम भी ‘प्रकृति’ रखा है।

छत्तीसगढ़ की वन संपदा एवं प्रकृति की ख्याति तो पूरे देशभर में है पर दिन-प्रतिदिन अत्याधुनिक संसाधनों के बढ़ते प्रयोग व लगातार हो रही पेड़ों की कटाई से पर्यावरण बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जंगलों को नुकसान पहुंच रहा है और नदी, तालाब प्रदूषित होते जा रहे हैं, भूजल स्तर भी लगातार नीचे गिर रहा है। ऐसे में अपने चारों ओर के वातावरण को संरक्षित कर उसे जीवन के अनुकूल बनाए रखना हमारे पर्यावरण के लिए बहुत आवश्यक हो गया है। राज्य के बालोद जिला स्थित दल्ली-राजहरा नगर के निवासी वीरेन्द्र सिंह पर पर्यावरण बचाने का जुनून इस कदर चढ़ा है कि वे पिछले 23 साल से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बालोद जिले में अपने अनूठे कार्य से मिसाल कायम की है इसलिए अब लोग उन्हें ‘ग्रीन कमांडो’ के नाम भी जानते हैं।

पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’
ग्रीन कमांडो
युवावस्था के जिस पड़ाव में लोग दोस्त-यारों के साथ घूमने फिरने में मशगुल रहते हैं, उस उम्र में वीरेन्द्र सिंह प्रकृति की सेवा में लग गए और फिर आज तक वह छत्तीसगढ़ के बालोद और कांकेर जिले के साथ-साथ पूरे बस्तर में पर्यावरण बचाने के लिए अभियान छेड़े हुए हैं। वह लोगों से पर्यावरण को संरक्षित करने, ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने का आह्वान करते हैं और अपने बच्चों की तरह पालन पोषण करने का संकल्प भी दिलाते हैं। वह पर्यावरण को बचाने के लिए स्वयं पौधे तो लगाते ही हैं, साथ ही निःशुल्क पौधे बांटकर भी़ लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करते हैं। इतना ही नहीं वह पेड़ों का लालन-पोषण बगैर किसी सरकारी सहायता के स्वयं के खर्चे से करते हैं। एक निजी कंपनी में नौकरी करके जितना वह कमाते हैं उसका एक हिस्सा हर महीने पर्यावरण को बचाने में लगा देते हैं।


एम.काॅम. और अर्थशास्त्र में एम.ए. की शिक्षा प्राप्त कर चुके वीरेन्द्र सिंह ने अपने पर्यावरण प्रेम पर बात करते हुए बताया कि 1998 में पहली बार घर के बाहर एक पीपल का पौधा लगाया था, तब से ही पर्यावरण की तरफ मेरा झुकाव बढ़ने लगा। उसके बाद यानि 1998 से ही एक प्राइवेट स्कूल में 10 साल तक निःशुल्क सेवा देने के दौरान 25 छात्रों के साथ मिलकर आस-पास के क्षेत्रों में पौधा रोपण का कार्य शुरू किया। वह कहते हैं कि आज से 23 साल पहले जब लोगों को मैं चुल्हा जलाने के लिए पेड़ों को काटते देखता था तो मन में बहुत पीड़ा होती थी। सोचता था इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा? इन्हीं सब विचार के बाद से मैंने घर के नजदीक 2004 में एक गार्डन बनाया जिसमें 250 पौधे लगाए। वह सभी आज बडे़ पेड़ बन गए हैं और लोगों को शुद्ध हवा उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये वही पेड़ हैं जिनका वो हर साल जन्म दिन मनाते हैं और अगले महीने जुलाई 2021 में इन पेड़ों का 18वां जन्मदिन मनाने वाले हैं। जबकि रक्षा बंधन पर अगल-अलग जगह घूमकर पेड़ों को राखी बांधते हैं ताकि लोग इसके महत्व को समझ सकें।

वास्तव में वीरेन्द्र सिंह एक ऐसे पर्यावरण प्रेमी हैं, जो पेड़ पौधों को बचाने के साथ साथ जल संरक्षण की मुहिम में भी लगे हुए हैं। उन्होंने अब तक करीब 20 हजार से अधिक पौधे लगाए हैं तथा 30 से अधिक तालाबों की साफ-सफाई की है। उन्होंने साइकिल से पर्यावरण बचाओ यात्रा भी निकाली थी। जिसके तहत 2007 में दुर्ग से नेपाल तक तथा 2008 में रायपुर से कन्याकुमारी और कन्याकुमारी से वाघा बॉर्डर तक की यात्रा चार महीने में पूरी की थी। इसके साथ ही उन्होंने अपने निवास स्थान दल्ली-राजहरा से 7 किमी दूर स्थित कुसुमकसा गांव तक भी 15 हजार स्कूली छात्रों के साथ मिलकर मानव-श्रृंखला बनाई थी और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया है। वीरेन्द्र सिंह को उनके पर्यावरण संरक्षण कार्यों के लिए आम जनता के साथ-साथ सरकार ने भी समय-समय पर प्रोत्साहित किया है। उन्हें अब तक कई छोटे-बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जिसमें मुख्य रूप से वर्ष 2011 में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ‘जल स्टार’ पुरस्कार और केन्द्र स्तर पर ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के लिए तथा पिछले वर्ष भारत सरकार ने जल संरक्षण के लिए ‘वाॅटर हीरो 2020’ का पुरस्कार भी दिया है। इसके अलावा जिला स्तर पर कलेक्टर के द्वारा स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।

वीरेन्द्र सिंह बताते है कि 9 साले पहले उनकी शादी हुई थी तो दहेज के रूप में केवल 11 पौधे लाए थे, जो आज बड़े छायादार वृक्ष बन गए हैं। उनके इस अभियान में उनकी पत्नी सविता सिंह का भी पूरा सहयोग मिलता है। तो दूसरी ओर बचपन से ही पर्यावरण के प्रति अपने पिता का समर्पण देख रहे उनके दोनों बच्चे 7 साल की बेटी और 5 साल का बेटा भी पर्यावरण संरक्षण अभियान में अभी से लग गए हैं। ग्रीन कमांडो यानि वीरेन्द्र सिंह लोगों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करने के लिए हमेशा अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। कभी अपने शरीर पर पेंटिंग बनवाकर तो कभी नारे लगाकर प्रकृति का महत्व समझाते हैं। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग और बाघों को बचाने के लिए अपने शरीर पर पेंटिंग बनाकर भी संदेश दिया है। पर्यावरण के अलावा भी वह कई सामाजिक मुद्दों जैसे तंबाकू निषेध, वायु प्रदूषण, एड्स जागरूकता, साक्षरता अभियान, मतदान अधिकार के बारे में लोगों को जागरूक करते रहते हैं। बारिश के मौसम में वह हर रोज अपने घर से नन्हें पौधे लेकर निकलते हैं। जहां खाली जगह दिखी वहां बड़े प्यार से पौधों को रोप देते हैं ताकि आने वाली पीढियां हरियाली से महरूम न रह जाएं। बिना किसी दिखावा व प्रसिद्धी पाने की होड़ से कोसो दूर वह पिछले 23 सालों से खुद को प्रकृति को समर्पित कर चुपचाप कार्य कर रहे हैं।

बहरहाल, आज के दौर में लोग अपने फायदे के लिए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से पहले एक मिनट भी नहीं सोचते, ऐसे वक्त में छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र से एक व्यक्ति का निस्वार्थ भाव से पर्यावरण की सेवा करना तथा लोगों को सरंक्षण के लिए जागरूक करने का प्रयास सराहनीय है। कोरोना संकट के इस दौर में ऑक्ससीजन की कीमत क्या होती है इसे आज पूरी दुनिया ने देख लिया है। जबकि यह ऑक्ससीजन हमें पेड़-पौधों से निःशुल्क मिल रहा है बावजूद हम उसके संरक्षण को लेकर सजग नहीं हैं। ऐसे में अब भी हमारे द्वारा लापरवाही बरती गई तो धरती पर जीवन खतरे में पड़ जाएगा। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण की ज़िम्मेदारी केवल वीरेंद्र सिंह की ही नहीं बल्कि हम सब की है। अच्छा होगा कि समय रहते हम ग्रीन कमांडों के इस संदेश को गंभीरता से लें। (चरखा फीचर)



- सूर्यकांत देवांगन
कांकेर, छत्तीसगढ़

COMMENTS

Leave a Reply
नाम

अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश,3,अकबर इलाहाबादी,11,अकबर बीरबल के किस्से,62,अज्ञेय,37,अटल बिहारी वाजपेयी,1,अदम गोंडवी,3,अनंतमूर्ति,3,अनौपचारिक पत्र,16,अन्तोन चेख़व,2,अमीर खुसरो,7,अमृत राय,1,अमृतलाल नागर,1,अमृता प्रीतम,5,अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध",7,अली सरदार जाफ़री,3,अष्टछाप,4,असगर वज़ाहत,11,आनंदमठ,4,आरती,11,आर्थिक लेख,8,आषाढ़ का एक दिन,22,इक़बाल,2,इब्ने इंशा,27,इस्मत चुगताई,3,उपेन्द्रनाथ अश्क,1,उर्दू साहित्‍य,179,उर्दू हिंदी शब्दकोश,1,उषा प्रियंवदा,5,एकांकी संचय,7,औपचारिक पत्र,32,कक्षा 10 हिन्दी स्पर्श भाग 2,17,कबीर के दोहे,19,कबीर के पद,1,कबीरदास,19,कमलेश्वर,7,कविता,1474,कहानी लेखन हिंदी,17,कहानी सुनो,2,काका हाथरसी,4,कामायनी,6,काव्य मंजरी,11,काव्यशास्त्र,38,काशीनाथ सिंह,1,कुंज वीथि,12,कुँवर नारायण,1,कुबेरनाथ राय,2,कुर्रतुल-ऐन-हैदर,1,कृष्णा सोबती,2,केदारनाथ अग्रवाल,4,केशवदास,6,कैफ़ी आज़मी,4,क्षेत्रपाल शर्मा,52,खलील जिब्रान,3,ग़ज़ल,139,गजानन माधव "मुक्तिबोध",15,गीतांजलि,1,गोदान,7,गोपाल सिंह नेपाली,1,गोपालदास नीरज,10,गोरख पाण्डेय,3,गोरा,2,घनानंद,3,चन्द्रधर शर्मा गुलेरी,6,चमरासुर उपन्यास,7,चाणक्य नीति,5,चित्र शृंखला,1,चुटकुले जोक्स,15,छायावाद,6,जगदीश्वर चतुर्वेदी,17,जयशंकर प्रसाद,35,जातक कथाएँ,10,जीवन परिचय,76,ज़ेन कहानियाँ,2,जैनेन्द्र कुमार,6,जोश मलीहाबादी,2,ज़ौक़,4,तुलसीदास,28,तेलानीराम के किस्से,7,त्रिलोचन,4,दाग़ देहलवी,5,दादी माँ की कहानियाँ,1,दुष्यंत कुमार,7,देव,1,देवी नागरानी,23,धर्मवीर भारती,10,नज़ीर अकबराबादी,3,नव कहानी,2,नवगीत,1,नागार्जुन,25,नाटक,1,निराला,39,निर्मल वर्मा,4,निर्मला,42,नेत्रा देशपाण्डेय,3,पंचतंत्र की कहानियां,42,पत्र लेखन,202,परशुराम की प्रतीक्षा,3,पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र',4,पाण्डेय बेचन शर्मा,1,पुस्तक समीक्षा,139,प्रयोजनमूलक हिंदी,38,प्रेमचंद,47,प्रेमचंद की कहानियाँ,91,प्रेरक कहानी,16,फणीश्वर नाथ रेणु,4,फ़िराक़ गोरखपुरी,9,फ़ैज़ अहमद फ़ैज़,24,बच्चों की कहानियां,88,बदीउज़्ज़माँ,1,बहादुर शाह ज़फ़र,6,बाल कहानियाँ,14,बाल दिवस,3,बालकृष्ण शर्मा 'नवीन',1,बिहारी,8,बैताल पचीसी,2,बोधिसत्व,9,भक्ति साहित्य,143,भगवतीचरण वर्मा,7,भवानीप्रसाद मिश्र,3,भारतीय कहानियाँ,61,भारतीय व्यंग्य चित्रकार,7,भारतीय शिक्षा का इतिहास,3,भारतेन्दु हरिश्चन्द्र,10,भाषा विज्ञान,17,भीष्म साहनी,7,भैरव प्रसाद गुप्त,2,मंगल ज्ञानानुभाव,22,मजरूह सुल्तानपुरी,1,मधुशाला,7,मनोज सिंह,16,मन्नू भंडारी,10,मलिक मुहम्मद जायसी,9,महादेवी वर्मा,20,महावीरप्रसाद द्विवेदी,3,महीप सिंह,1,महेंद्र भटनागर,73,माखनलाल चतुर्वेदी,3,मिर्ज़ा गालिब,39,मीर तक़ी 'मीर',20,मीरा बाई के पद,22,मुल्ला नसरुद्दीन,6,मुहावरे,4,मैथिलीशरण गुप्त,14,मैला आँचल,8,मोहन राकेश,15,यशपाल,15,रंगराज अयंगर,43,रघुवीर सहाय,6,रणजीत कुमार,29,रवीन्द्रनाथ ठाकुर,22,रसखान,11,रांगेय राघव,2,राजकमल चौधरी,1,राजनीतिक लेख,21,राजभाषा हिंदी,66,राजिन्दर सिंह बेदी,1,राजीव कुमार थेपड़ा,4,रामचंद्र शुक्ल,3,रामधारी सिंह दिनकर,25,रामप्रसाद 'बिस्मिल',1,रामविलास शर्मा,9,राही मासूम रजा,8,राहुल सांकृत्यायन,2,रीतिकाल,3,रैदास,4,लघु कथा,124,लोकगीत,1,वरदान,11,विचार मंथन,60,विज्ञान,1,विदेशी कहानियाँ,34,विद्यापति,8,विविध जानकारी,1,विष्णु प्रभाकर,1,वृंदावनलाल वर्मा,1,वैज्ञानिक लेख,8,शमशेर बहादुर सिंह,6,शमोएल अहमद,5,शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय,1,शरद जोशी,3,शिक्षाशास्त्र,6,शिवमंगल सिंह सुमन,6,शुभकामना,1,शेख चिल्ली की कहानी,1,शैक्षणिक लेख,57,शैलेश मटियानी,2,श्यामसुन्दर दास,1,श्रीकांत वर्मा,1,श्रीलाल शुक्ल,4,संयुक्त राष्ट्र संघ,1,संस्मरण,33,सआदत हसन मंटो,10,सतरंगी बातें,33,सन्देश,44,समसामयिक हिंदी लेख,269,समीक्षा,1,सर्वेश्वरदयाल सक्सेना,19,सारा आकाश,20,साहित्य सागर,22,साहित्यिक लेख,86,साहिर लुधियानवी,5,सिंह और सियार,1,सुदर्शन,3,सुदामा पाण्डेय "धूमिल",10,सुभद्राकुमारी चौहान,7,सुमित्रानंदन पन्त,23,सूरदास,16,सूरदास के पद,21,स्त्री विमर्श,11,हजारी प्रसाद द्विवेदी,4,हरिवंशराय बच्चन,28,हरिशंकर परसाई,24,हिंदी कथाकार,12,हिंदी निबंध,431,हिंदी लेख,531,हिंदी व्यंग्य लेख,14,हिंदी समाचार,182,हिंदीकुंज सहयोग,1,हिन्दी,7,हिन्दी टूल,4,हिन्दी आलोचक,7,हिन्दी कहानी,32,हिन्दी गद्यकार,4,हिन्दी दिवस,91,हिन्दी वर्णमाला,3,हिन्दी व्याकरण,45,हिन्दी संख्याएँ,1,हिन्दी साहित्य,9,हिन्दी साहित्य का इतिहास,21,हिन्दीकुंज विडियो,11,aapka-banti-mannu-bhandari,6,aaroh bhag 2,14,astrology,1,Attaullah Khan,2,baccho ke liye hindi kavita,70,Beauty Tips Hindi,3,bhasha-vigyan,1,chitra-varnan-hindi,3,Class 10 Hindi Kritika कृतिका Bhag 2,5,Class 11 Hindi Antral NCERT Solution,3,Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1,17,Class 9 Hindi Sparsh,15,English Grammar in Hindi,3,formal-letter-in-hindi-format,143,Godan by Premchand,11,hindi ebooks,5,Hindi Ekanki,20,hindi essay,423,hindi grammar,52,Hindi Sahitya Ka Itihas,105,hindi stories,679,hindi-bal-ram-katha,12,hindi-gadya-sahitya,8,hindi-kavita-ki-vyakhya,19,hindi-notes-university-exams,65,ICSE Hindi Gadya Sankalan,11,icse-bhasha-sanchay-8-solutions,18,informal-letter-in-hindi-format,59,jyotish-astrology,22,kavyagat-visheshta,25,Kshitij Bhag 2,10,lok-sabha-in-hindi,18,love-letter-hindi,3,mb,72,motivational books,11,naya raasta icse,9,NCERT Class 10 Hindi Sanchayan संचयन Bhag 2,3,NCERT Class 11 Hindi Aroh आरोह भाग-1,20,ncert class 6 hindi vasant bhag 1,14,NCERT Class 9 Hindi Kritika कृतिका Bhag 1,5,NCERT Hindi Rimjhim Class 2,13,NCERT Rimjhim Class 4,14,ncert rimjhim class 5,19,NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva,12,NCERT Solutions Class 8 Hindi Durva,17,NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan वितान भाग 1,3,NCERT Solutions for class 12 Humanities Hindi Antral Bhag 2,4,NCERT Solutions Hindi Class 11 Antra Bhag 1,19,NCERT Vasant Bhag 3 For Class 8,12,NCERT/CBSE Class 9 Hindi book Sanchayan,6,Nootan Gunjan Hindi Pathmala Class 8,18,Notifications,5,nutan-gunjan-hindi-pathmala-6-solutions,17,nutan-gunjan-hindi-pathmala-7-solutions,18,political-science-notes-hindi,1,question paper,19,quizzes,8,raag-darbari-shrilal-shukla,7,Rimjhim Class 3,14,samvad-lekhan-in-hindi,6,Sankshipt Budhcharit,5,Shayari In Hindi,16,skandagupta-natak-jaishankar-prasad,6,sponsored news,10,suraj-ka-satvan-ghoda-dharmveer-bharti,4,Syllabus,7,top-classic-hindi-stories,51,UP Board Class 10 Hindi,4,Vasant Bhag - 2 Textbook In Hindi For Class - 7,11,vitaan-hindi-pathmala-8-solutions,16,VITAN BHAG-2,5,vocabulary,19,
ltr
item
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’
पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’
पर्यावरण संरक्षण के जुनून ने बनाया ‘ग्रीन कमांडो’ यूं तो पूरी दुनियां में ज्यादातर इंसानों का जन्मदिन मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी किसी इंसान को
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjvj9RFAPKR5N-m8CdT8g5CkNmcCcqdb5PQKh3ZAbT6V-5HMCB1lQnB_6rmac2X0sJnxn-n6ioI2kgLDnaxS4VXpulYC1utQG4a6PerMHvHcczyJw33GtKN2Xxse6ku_D39knwFB8d6sW8p/s320/%25E0%25A4%259B%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%259D+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%2582+%25E0%25A4%25B9%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%2582+%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%2587%25E0%25A5%259C%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%2582+%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2587+%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B7%25E0%25A4%2595+%25E2%2580%2598%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25A8+%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A1%25E0%25A5%258B%25E2%2580%2599+Pic+7.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjvj9RFAPKR5N-m8CdT8g5CkNmcCcqdb5PQKh3ZAbT6V-5HMCB1lQnB_6rmac2X0sJnxn-n6ioI2kgLDnaxS4VXpulYC1utQG4a6PerMHvHcczyJw33GtKN2Xxse6ku_D39knwFB8d6sW8p/s72-c/%25E0%25A4%259B%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%259D+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%2582+%25E0%25A4%25B9%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%2582+%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%2587%25E0%25A5%259C%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%2582+%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2587+%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B7%25E0%25A4%2595+%25E2%2580%2598%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25A8+%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A1%25E0%25A5%258B%25E2%2580%2599+Pic+7.jpg
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
https://www.hindikunj.com/2021/06/green-commando-environment-conservation.html
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/2021/06/green-commando-environment-conservation.html
true
6755820785026826471
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका