मानव जीवन में संगीत का महत्व शिक्षा में संगीत भारतीय संगीत importance of music लोक संगीत संगीत और साहित्य sangit music is very important for our life
मानव जीवन में संगीत का महत्व
मानव जीवन में संगीत का महत्व शिक्षा में संगीत का महत्व भारतीय संगीत का महत्व importance of music संगीत पर निबंध हिंदी में लोक संगीत पर निबंध संगीत का महत्व पर निबंध संगीत और साहित्य पर निबंध sangit essay essay on sangit in hindi music is very important for our life - संगीत आज हमारी जीवन शैली का अभिन्न हिस्सा बन गया है। सौन्दर्यपरक अनुभूति वाला हर व्यक्ति संगीत पसंद करता है। किन्तु संगीत की पसंद हर व्यक्ति की अलग -अलग होती है। सामान्य तौर पर कोई व्यक्ति किस प्रकार का संगीत पसंद करता है ,यह उसकी उम्र ,पृष्ठभूमि और प्रवृत्ति पर निर्भर करता है। इस नियम के अपवाद भी होते हैं। इसका अर्थ यह नहीं है कि सभी बुजुर्ग लोगों को केवल धार्मिक संगीत जैसे भजन अथवा स्त्रोत ही अच्छे लगते हैं अथवा प्रत्येक किशोर को जैज जैसा लोकप्रिय संगीत ही अच्छा लगे। जैसे कि भोजन ,किताबों ,फैशन ,मित्रों और शौकों के मामले में हर व्यक्ति की पसंद अलग - अलग होती है ,उसी प्रकार से संगीत की पसंदगी भी व्यक्ति दर व्यक्ति अलग -अलग होती है। क्या अच्छा है और क्या बुरा इसका फैसला हम नहीं कर सकते हैं। एक पुरानी कहावत में कहा गया है - एक व्यक्ति के लिए मांस भोजन है तो दूसरे के लिए वह विष या जहर के समान है।
भारतीय संगीत का महत्व
मानव की संगीत के प्रति अनुभूति अत्यंत प्राचीन काल से ही चली आ रही है। पेड़ों की सरसराहट ,नालों की प्रवाही ध्वनि ,चिड़ियों का चहचहाना और यहाँ तक कि वर्षा की बूंदों की आवाज ने भी मानव मन में ताल और लय की अनुभूति जाग्रत की होगी। उसने अपना पहला संगीत वाद्ययंत्र घास अथवा सरकंडों के डंठलों और खोखले बाँस से बनाया। यही देहाती संगीत उपकरण आगे चलकर आधुनिक उपकरणों में परिवर्तित हो गए। लय और शब्दों के संयोजन ने गीतों या गानों को जन्म दिया। संसार के प्राचीनतम गीत लोक संगीत की उपज हैं। विश्व के प्रत्येक क्षेत्र के अपने अलग लोकगीत हैं जो देहाती ,ग्रामीण लोगों द्वारा गाये जाते हैं। देहातों में रहनेवाले लोगों के जीवन में संगीत मानों पूरी तरह से घुला हुआ है। यही कारण है कि वे वंसत ,फसलों ,विवाह ,जन्म दिन और यहाँ तक कि मृत्यु के अवसरों पर भी गीत गाये जाते हैं।लोक संगीत
जैसे जैसे सभ्यता का विकास होता गया ,वैसे वैसे बेहतर उपकरण और शास्त्रीय संगीत की नयी -नयी शैलियाँ विकसित होती गयी। पूरे विश्व में महान संगीतकार ,उन्हें स्वरबद्ध करते हैं ,आर्केस्ट्रा संगीत बजाते हैं और गायक गाते हैं। भारत में हिन्दुस्तानी संगीत शास्त्रीय संगीत शैली का उद्गम उत्तर भारत में और कर्णाटक संगीत का उद्भव दक्षिण भारत में हुआ। दोनों ही संगीत शैलिओं को आज भी संगीत प्रेमिओं द्वारा खूब सराहा जाता है।
शिक्षा में संगीत का महत्व
वर्तमान समय में अधिक तकनीकी विकास की सहायता से अनेक प्रकार की ध्वनियों के मिश्रित रूप को विस्तारित किया गया है। आधुनिक संगीत में कई प्रकार की शैलियों जैसे - पॉप ,रॉक ,देशी ,शास्त्रीय ,अर्ध शास्त्रीय ,लोक संगीत तथा रैप का समवेश है। कई कम्पनियाँ हैं जो संगीत तैयार करवाती हैं और उनके कैसेट आदि बनवाकर बाज़ार में बेचती हैं। यही कारण है कि हमें प्रत्येक सप्ताह बाज़ार में नए नए गीत अथवा एल्बम के कैसेट दिखाई -सुनाई देते हैं। कुछ संगीतकार कुछ नया पेश करने के इरादे से विभिन्न शैलियों के संगीत को जैसे शास्त्रीय एवं जैज का मिश्रण करते हैं। अन्य चीज़ों की तरह ही लोग संगीत में भी नवीनता या अनूठापन चाहते हैं।
जीवन में संगीत,और एक संगी का होना अति आवश्यक है। इसके बिना सबकुछ निरर्थक है।
जवाब देंहटाएं