हींगवाला कहानी का सारांश प्रश्न उत्तर Hingwala question answer in Hindi hingwala story in hindi Hingwala kahani ke prashn uttar hindi stories Class 7
हींगवाला कहानी - सुभद्राकुमारी चौहान
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हींगवाला कहानी पाठ का सारांश
लगभग ३५ वर्षीय खान जो हींग बेचने का काम करता था ,सावित्री के आँगन में आकर ठहर गया। उसने 'अम्मा हींग ले लो। की आवाज लगायी। बरामदे से निकल कर एक नौ -दस वर्ष के लड़के ने उत्तर दिया।" अभी कुछ नहीं लेना है ,जाओ। इस पर भी खान आवाज लगाने लगा ,"अम्मा हींग ले लो ,अम्मा। हम अपने देश कूँ जाता है ,बहुत दिनों में लौटेगा। " अम्मा के कहने पर कि अभी तो हींग है ,वह उसी स्वर में बोला कि वह तो अम्मा के हाथ की बोहनी चाहता है। चाहे तो एक ही तोला ले लो। इस पर सावित्री ने हंसकर थोड़ी से हींग ले ही ली। बच्चों के माँ के साथ नाराज़ हो जाने पर माँ ने उन्हें पैसे देकर शांत कर दिया।
कई दिनों तक खान नहीं आया। घर में हींग भी खत्म हो चुकी थी। इसी बीच होली का त्यौहार आया। इस अवसर पर हिन्दू और मुसलामानों में भयंकर दंगे हो गए। बहुत से हिन्दू और मुसलमान मारे गए। मरने वाले में दो खान भी थे। इसीलिए सावित्री को रह रहकर खान का ध्यान आता था कि पता नहीं वह कहाँ होगा। एक दिन सुबह - सुबह सावित्री चबूतरे पर बैठी कुछ बुन रही थी। उसने सुना ,उसके पति किसी के साथ कडवे स्वर में बाते कर रहे हैं। इतने में खान आँगन में सावित्री के सामने पहुँच चुका था। उसे देखते ही सावित्री ने कहा ,"बहुत दिनों में आये हो खान। हींग तो कब की खत्म हो गयी। " उसने उत्तर दिया कि मैं अपने देश से कल ही लौटा हूँ। फिर सावित्री ने कहा कि शहर में तो हिन्दू मुसलामानों के दंगे हो गए आपको आते हुए डर नहीं लगा तो खान बोला बेटे को माँ से डर कैसे हो सकता है। इसके बाद उसने एक छटांक हींग तोल कर सावित्री को दी। रेजगारी न होने के कारण खान ने कहा - पैसे फिर ले जाउंगा। वह चला गया।
कुछ दिन बाद दशहरे का त्यौहार आया। काली का जुलुस निकलने वाला था। बच्चे मेला देखने वाले की जिद कर रहे थे। लेकिन सावित्री दंगे के डर से बच्चों को नहीं बजना चाहती थी। उसके पति शहर से बाहर गए हुए थे। बच्चों के जिद करने पर उसने उन्हें अपने नौकर रामू के साथ भेज दिया। मेले में दंगा हो गया। लोग भाग कर घरों में आ गए। दिन ढल गया लेकिन बच्चे वापिस नहीं आये थे। सावित्री ने मन ही मन देवी ,देवताओं की प्रार्थना की। सावित्री पागल सी हो गयी। हताश होकर वह फूट - फूट रोने लगी।
इसी बीच उसे वही चिर - परिचित स्वर सुनाई पड़ा ,"अम्मा - ! सावित्री दौड़ती हुई बाहर आ गयी तो देखा कि उसके तीनों बच्चे सकुशल खान के साथ घर लौट आये है। खान ने सावित्री से कहा - "समय बहुत बुरा है ,ऐसी भीड़ में बच्चों को घर से बाहर न भेजा करो। " बच्चे भागकर माँ से लिपट गए।
हींगवाला कहानी के प्रश्न उत्तर
प्र. खान किस देश का निवासी था और उसे देश की कौन सी चीज़ें अधिक प्रसिद्ध है ?
उ. खान अफगानिस्तान का निवासी था। हींग ,बादाम और पिस्ता उस देश की प्रसिद्ध चीज़ें हैं।
प्र. हींग वाला सावित्री को एक ही तोला हींग लेने के लिए क्यों कह रहा था ?
उ. हींग वाला सावित्री को एक ही तोला हींग लेने के लिए इसीलिए कह रहा था क्योंकि वह उसके साथ की बोहनी करना चाह रहा था। उसको विश्वास था कि सावित्री अगर हींग ख़रीदे तो दिन भर उसकी बिक्री अच्छी हो जाती है।
प्र. सावित्री के छोटे बच्चे ने खान का अपमान किस प्रकार किया ?
उ. सावित्री के छोटे बच्चे ने पुड़िया उठाकर खान की ओर फेंकते हुए कहा ले जाओ हमें नहीं लेना है ,चलो माँ भीतर चलो। उसने इस प्रकार खान का अपमान किया।
उ. सावित्री ने एक रुपया तुड़वाकर तीनों को पैतीस - पैतीस पैसे देने का आश्वासन देकर बच्चों को भोजन खाने के लिए राज़ी किया।
प्र. होली के अवसर पर कौन सी अभद्र घटना घटी और इससे सावित्री का मन दुखी क्यों रहने लगा ?
उ. होली के अवसर पर हिन्दू और मुसलामानों में बड़े भयंकर रूप से दंगा होने की अभद्र घटना घटी। सावित्री का मन इसीलिए दुखी रहने लगा ,क्योंकि उस दंगे में मरने वाले दो खान भी थे। वह यह सोचती थी कि कहीं हींग वाला खान तो नहीं मार डाला गया।
प्र. सावित्री का दुखी मन किस प्रकार शांत हुआ ?
उ. सावित्री का दुखी मन उस खान को दोबारा अपने आँगन में आया देखकर शांत हुआ।
प्र. दंगा कहा हुआ था और सावित्री के हाथ पैर ठन्डे क्यों हो गए थे ?
उ. दंगा काली के जुलुस में हुआ था और सावित्री के हाथ पैर इसीलिए ठन्डे हो गए थे क्योंकि जुलुस देखने गए उसके बच्चे अभी तक वापिस नहीं लौटे थे।
प्र. सावित्री फूट - फूटकर क्यों रोने लगी ?
उ. सावित्री फूट - फूटकर इसीलिए रोने लगी क्योंकि शोर गुल बढ़कर शांत हो गया था। रात के साथ नीरवता बढ़ चली थी ,पर उसके बच्चे अभी भी लौट कर नहीं आये थे।
प्र. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखिए तथा मुहावरों को अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिये।
उ. उत्तर निम्नलिखित है -
- खुदा जाने कब लौटेगा - बड़ी मुश्किल से लौटेगा - खुदा जाने परदेसी कब घर लौटेगा।
- हाथ पैर ठन्डे होना - मरणासन्न होना - श्याम के बैठे - बैठे ही हाथ पैर ठन्डे हो गए।
- फूट - फूटकर रोना - बहुत बिलाप करना - सीता की माँ उसे देखते ही फूट फूट कर रोने लगी।
प्र. निम्नलिखित शब्दों के अर्थ लिखिए -
उ. उत्तर निम्नलिखित है -
स्वर - आवाज
फ़ौरन - तुरंत
प्राय - आमतौर पर
उत्सुक - उतावला
सकुशल - कुशलता सहित
बोहनी - शुभारम्भ
गंभीर - नाजुक
रेजगी - रेजगारी (खुले पैसे )
ताकीद - कहना
kya aap koi long answers questions share kar sakte hain?
जवाब देंहटाएंबच्चे को कितने पैसे मिलने थे? उन्होंने पैसे आपस में कैसे बटे?
हटाएंBache ko 35 paise milne the, manage ne 100 paise tudwa k dono beto ko 35 or beti ko 30 paise diye.
हटाएंkya
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