देशाटन पर निबंध Deshatan Tourism Essay In Hindi देशाटन का शाब्दिक अर्थ है देश विदेश में घूमना देशाटन से लाभ पर निबंध Deshatan se Labh Travelling hindi
देशाटन पर निबंध Deshatan Tourism Essay In Hindi
देशाटन पर निबंध Deshatan Tourism Essay In Hindi देशाटन का शाब्दिक अर्थ है देश विदेश में घूमना। इतिहासकारों का मानना है कि पृथ्वी पर मानव का जन्म जब से हुआ तभी से उन में घूमने फिरने की उत्कट इच्छा रही है। प्राचीन काल में वह भोजन के लिए घूमता था फिर जैसे-जैसे सभ्यता व संस्कृतियों का विकास हुआ मानव की जिज्ञासु प्रवृत्ति जागृत हुई उसमें नई चीजों को जानने समझने की उत्कंठा जागी तो विभिन्न देशों के रहस्यों को जानने समझने की उत्सुकता ने उसे घर से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। मनुष्य की इसी घूमने-फिरने की प्रवृत्ति ने विभिन्न क्षेत्रों में उसके ज्ञान में वृद्धि की है यह क्षेत्र निम्नलिखित हैं -
राजनीतिक क्षेत्र
देशाटन की प्रवृत्ति से राजनीतिक क्षेत्र में विशेष लाभ होता है। राजनीतिक देशाटन देशों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने में सहायक होता है साथ ही विभिन्न देशों की संस्कृति सभ्यता के बारे में एक दूसरे देशों में प्रचार-प्रसार होता है। मेगास्थनीज फाहयान, हेवनसांग इत्यादि विदेशी पर्यटको ने प्राचीन काल में भारत भ्रमण कर भारतीय संस्कृति सभ्यता रीति रिवाज रहन-सहन आदि का ज्ञान प्राप्त कर अपनी मानसिक पुष्टि की और अपनी जिज्ञासा को शांत किया। वर्तमान में भी सरकारी या निजी रूप से किया गया राजनैतिक नेताओं का देशाटन दो देशों के आपसी टकराव को दूर करने में सदा सहायक रहा है। भारत- चीन भारत- रूस, भारत - अमेरिका संबंधों में विस्तार व मजबूती एक दूसरे देशों के राजनेताओं द्वारा भ्रमण करने से ही हुई है। विश्व शांति को भी राजनीतिक देशाटन से ही फायदा मिलता है प्रोत्साहन मिलता है।
भौगोलिक दृष्टि से
भौगोलिक यात्राएं मनुष्य को आत्मिक आनंद प्रदान करती है। यह यात्राएं मनुष्य को एक दूसरे के निकट लाती है दूसरे देशों की भौगोलिक प्रकृति स्थिति को जानने में मदद करती हैं। विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन यापन उसके फायदे या उससे होने वाले कष्टों के बारे में जानकारी प्रदान करती है।
सांस्कृतिक दृष्टि से
संसार में विभिन्न धर्म संस्कृति को मानने वाले निवासी निवास करते हैं। जब हम एक दूसरे देशों की यात्रा करते हैं तो वहां के निवासियों, विभिन्न जातियों के रीति-रिवाज धर्म संस्कृति को नजदीक से जानने समझने का मौका मिलता है। उस देश की संस्कृति व कलाओं को दूसरे देशों में विकास प्रचार-प्रसार का लाभ मिलता है। इस मेल से विश्व बंधुत्व की भावना को बल मिलता है। रूस, फ्रांस, इंग्लैंड जर्मनी इत्यादि देशों में होने वाले सांस्कृतिक उत्सव सांस्कृतिक देशाटन को बढ़ावा देने के साथ विभिन्न संस्कृतियों के मेल मिलाप में भी सहायक होते हैं और आपसी सद्भाव को बढ़ाने में भी।
व्यावसायिक दृष्टि से
देश की अर्थव्यवस्था का विकास करने, अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दृष्टि से व्यावसायिक देशाटन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। व्यावसायिक बुद्धि वाला व्यक्ति देशाटन द्वारा विभिन्न देशों की यात्राओं द्वारा यह जान लेता है कि किस देश में किस वस्तु की आवश्यकता है फिर अपने लाभ हानि को ध्यान में रखते हुए वह व्यापार करता है और स्वयं के वैभव को बढ़ाने के साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भी योगदान प्रदान करता है। विभिन्न देशों की सरकारें भी देशाटन द्वारा अन्य देशों से व्यापारिक संबंध स्थापित कर अपने देश के आर्थिक संतुलन को बनाए रखती हैं।
पर्यटन की दृष्टि से
पर्यटन देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने का एक महत्वपूर्ण कारक है। विदेशी पर्यटकों के देश में आने से सांस्कृतिक आदान-प्रदान के साथ विदेशी मुद्रा भी प्राप्त होती है। विदेशी पर्यटकों से होटल, गेस्ट हाउस, विक्रेताओं वाहन चालकों तथा छोटी-मोटी मजदूरी करने वालों को भी आर्थिक संबल प्राप्त होता है।
शैक्षणिक दृष्टि से
शैक्षणिक दृष्टि से पर्यटन बेहद उपयोगी सिद्ध होता है। भारत में तो प्राचीन काल से शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक पर्यटन ने विभिन्न देशों तक हमारे देश का गौरव हमारी महान सभ्यता संस्कृति तथा ज्ञान को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विश्वविख्यात तक्षशिला तथा नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशी पर्यटक विदेशी यात्री शिक्षा ग्रहण करने आते रहे हैं। कृषकों, वैज्ञानिकों, डॉक्टर, इंजीनियर आदि का भी शैक्षिक दृष्टि से यात्रा करना महत्वपूर्ण होता है। विभिन्न क्षेत्रों में अपने ज्ञान का विस्तार कर, आधुनिक तकनीक का ज्ञान प्राप्त कर व्यक्ति अपने देश के उत्पादन में वृद्धि कर अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में योगदान देते हैं।
जिज्ञासा शांत करने की दृष्टि से
जिन व्यक्तियों को इतिहास में, विभिन्न भौगोलिक स्थिति में या प्रकृति में रूचि होती है उनके लिए देशाटन उनकी जिज्ञासा को शांत करने में सहायक होता है। व्यक्ति विभिन्न प्राचीन ऐतिहासिक इमारतों, किलों, दुर्ग खंडहरों में जाकर इतिहास के बारे में जानता है और अपनी जिज्ञासा को शांत करता है।
दर्शनीय स्थलों को देखने की दृष्टि से
पढ़कर, चित्र देखकर यह डॉक्यूमेंट्री देखकर वह अनुभव नहीं दिया जा सकता जो प्रत्यक्ष जाकर देखने में लिया जाता है इसलिए देश-विदेश के विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर जाकर, उनके निर्माण की प्रक्रिया स्वरूप समझकर, अतीत में झांक कर, उनकी जीवनशैली को जानकर आनंद का अनुभव लेने के लिए दर्शनीय स्थलों का देशाटन लाभकारी होता है।
मनोरंजन की दृष्टि से
कई देशाटन किसी विशेष प्रयोजन हेतु नहीं अपितु सिर्फ मनोरंजन की दृष्टि से किए जाते हैं। जीवन की एकरसता से ऊब कर या निराशा तकलीफ को दूर करने थोड़ा परिवर्तन करने हेतु व्यक्ति मनोरंजन के लिए पर्यटन को चुनता है और तरोताजा स्फूर्ति लेकर लौटता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से
कई बार डाक्टर स्वास्थ्य लाभ के लिए व्यक्ति को जलवायु बदलने की सलाह देते हैं इसलिए स्वास्थ्य लाभ के लिए भी व्यक्ति प्राकृतिक स्थलों की यात्रा करते हैं।
उपर्युक्त विवेचन के बाद हम कह सकते हैं कि कारण कोई हो प्रयोजन कोई भी हो पर्यटन देशाटन निश्चित ही लाभकारी सिद्ध होता है। देशाटन विश्व एकता, बंधुत्व, संस्कृतियों का मेल मिलाप तथा सभ्यता के एकीकरण को बढ़ावा देता है। देशाटन से वसुदेव कुटुंबकम की भावना को बल मिलता है।
- डॉ ममता मेहता
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