भारत में आजादी के बाद संरचनात्मक विकास की चर्चा

SHARE:

भारत में आजादी के बाद संरचनात्मक विकास की चर्चा 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की, तो यह एक ऐतिहासिक दिन था, यह दिन भारती

आजादी मिलने के बाद हमने क्या क्या हासिल किया ?


15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की, तो यह एक ऐतिहासिक दिन था, यह दिन भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा गया, क्योंकि यह एक नई शुरुआत का प्रतीक था। आगे चलकर ये  स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता, और आत्म-सम्मान का प्रतीक बन गया। अब, स्वतंत्रता प्राप्ति के लगभग सात दशकों बाद, यह महत्वपूर्ण है कि हम विचार करें कि  हमने क्या खोया और क्या पाया, यह विचारणीय प्रश्न है।

स्वतंत्रता के बाद, भारत ने एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रणाली विकसित की है। यह संविधान लोकतंत्र को मजबूत करता है और लोगों को उनकी आवाज उठाने का अधिकार देता है। भारतीय संविधान ने एक ऐसा राजनीतिक, सामाजिक, न्यायिक  ढांचा प्रदान किया जिसमें नागरिकों को स्वतंत्रता, समानता, और न्याय की गारंटी दी गई। आज भारत एक सशक्त लोकतंत्र के रूप में उभरा है, जहां चुनावी प्रक्रिया, संसद, और न्यायपालिका स्वतंत्र रूप से कार्यरत हैं। इस लोकतांत्रिक ढांचे ने सामाजिक और  न्याय की  स्थिरता को बढ़ावा दिया है।

आजादी के बाद, भारत ने एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रणाली और संविधान को अपनाया। भारतीय संविधान, जो 1950 में लागू हुआ, ने एक ऐसी संरचना प्रदान की जिसमें मौलिक अधिकार, समानता और न्याय की गारंटी दी गई। इस संविधान ने समय-समय पर  लोकतंत्र को मजबूत किया और नागरिकों को अपनी आवाज उठाने, अपनी सरकार चुनने, और अपनी समस्याओं को हल करने का अधिकार प्रदान किया।

आजादी मिलने के बाद हमने क्या क्या हासिल किया ?
आजादी के बाद, भारत ने कई आर्थिक सुधार किए और औद्योगिकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाए हैं । पिछले कुछ दशकों में, भारत ने एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में खुद को स्थापित किया है। विश्व वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाई है, और सूचना प्रौद्योगिकी, विनिर्माण, और सेवा क्षेत्र में तेजी से विकास किया है। स्टार्टअप संस्कृति और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों ने देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए सुधारों ने आम नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया है। स्कूलों और विश्वविद्यालयों के नेटवर्क का विस्तार हुआ है, और अब शिक्षा की पहुँच अधिक लोगों तक सोशल मीडिया के तहत ग्रामीण शेत्रों तक भी हो रही है। स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी बेहतर हुई है, और सरकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में भी चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हुआ है।

भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, जो किसी से छिपी नहीं है , अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत ने महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं, जिसमें चंद्रयान और मंगलयान मिशन से हमने विश्व को बहुत कुछ सिखाया है, और पूरे विश्व का दिखाया है कि हम भी किसी से कम नहीं हैं ,विज्ञान और तकनीकी अनुसंधान में भारत की उपलब्धियाँ न केवल देश को सशक्त करती हैं, बल्कि विश्व वैश्विक स्तर पर भी भारत की पहचान बनाती हैं।

स्वतंत्रता के बाद, भारत ने सामाजिक न्याय और समानता को सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की हैं। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए विशेष योजनाएँ बनाई गई हैं, तथा पहले से चल रहीं योजनाओं को मजबूत किया है ,महिला सशक्तिकरण, बाल अधिकार और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर कई सुधार किए गए हैं। इन प्रयासों ने समाज में समानता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया है, जिसके परिणाम हमें आगे आने वाले वर्षों में नज़र आएगे।

स्वतंत्रता के बाद, भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। भारतीय कला, साहित्य, संगीत, और नृत्य को वैश्विक मंच पर पहचान मिली है, जिसकी ख्याति पूरे विश्व में हो रही है, जिसमे योग दिवस २१ जून को पूरे विश्व में इंटरनेशनल योगा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। भारतीय फिल्म उद्योग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान को और मजबूत किया है।

भारत ने स्वतंत्रता के बाद अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सक्रिय भागीदारी और वैश्विक मुद्दों पर प्रभावशाली योगदान ने भारत को एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है, जिसमे जाब भी विश्व स्तर के जब निर्णय लिए जाते हैं तो भारत को भी अपना मत रखने का अवसर मिलता है और भारत द्वारा बताए गए सुझावों पर विचार करके , उसे माना भी जाता है। भारत की विदेश नीति ने उसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रभावशाली बना दिया है। स्वतंत्रता के बाद, भारत ने अपनी नीति खुद तय करने का अधिकार प्राप्त किया। यह स्वायत्तता हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा, सामाजिक सुधार और आर्थिक विकास में स्वतंत्रता प्रदान करती है।

स्वतंत्रता ने भारत की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता को एक विशिष्ठ सम्मान और पहचान दिलाई है। भारत ने विभिन्न जातियों, धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों को एक साथ लाकर एक गहरे सांस्कृतिक मिश्रण का निर्माण किया है। इससे भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊर्जा मिली और एक समृद्ध सांस्कृतिक परिदृश्य का भी निर्माण हुआ है।

स्वतंत्रता के बाद भारत ने तेजी से औद्योगिकीकरण और आर्थिक विकास की दिशा में कदम बढ़ाया है। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था से उभरकर, भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी, निर्माण और सेवा उद्योग में प्रगति की है। इस विकास ने देश को वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया और आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए हैं, जिसमे इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एवं सोलर एनर्जी की तरफ अहम भूमिका निभाई है।

डॉ.(प्रोफ़ेसर) कमलेश संजीदा
स्वतंत्रता के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का नेटवर्क बढ़ा, और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच भी बेहतर हुई। यदी हम निजी क्षेत्र की बात करें तो निजी क्षेत्र में स्कूलों, कालेजों एवं विश्वविधालयों ने भी अहम भूमिका निभाई है, जिनमें विभिन्न विषयों पर शिक्षा दी जा रही है साइंस एंड टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के क्षेत्रों में विश्व स्तर की शिक्षा दी जा रही है। नई-नई योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से, ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हुआ है।

भारत ने स्वतंत्रता के बाद विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिनमे सरकारी एवं निजी क्षेत्र की बात करें तो कालजों, विश्वविधालयों एवं अनुसंधान संस्थानों ने भी अहम भूमिका निभाई है, जिनमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के क्षेत्रों में विश्व स्तर की शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अंतरिक्ष अनुसंधान, परमाणु विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, और चिकित्सा विज्ञान में भारत ने विश्वस्तर पर अपनी पहचान बनाई है। इससे न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देश को लाभ हुआ, बल्कि यह वैश्विक तकनीकी प्रगति में भी योगदान देने वाला देश बन गया है। भारत के आईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) और अन्य तकनीकी संस्थान कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय हैं। इन बिंदुओं से स्पष्ट है कि भारत ने कंप्यूटर और मोबाइल तकनीकी में व्यापक और महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और यह योगदान वैश्विक तकनीकी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

स्वतंत्रता के बाद महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी प्रयासों के माध्यम से महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, और समान अधिकार प्राप्त हुए हैं। आज महिलाएं पुरषों के साथ कन्धा मिलाकर काम कर रहीं हैं और देश एवं विदेशों अपना लोहा मनवा रहीं हैं। कई सामाजिक सुधारों में जिनमें जाति व्यवस्था, बाल विवाह, ट्रिपल तलाग और लिंग भेदभाव जैसे मुद्दों से निपटने में मदद मिली है।

स्वतंत्रता के बाद, भारत ने कई आर्थिक सुधार किए और औद्योगिककरण की दिशा में कदम बढ़ाया। इसने देश की आर्थिक स्थिति को बेहतर किया और भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। भारत ने कई आर्थिक सुधार लागू किए और औद्योगिक विकास की दिशा में कदम बढ़ाया। इसने देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त किया और वैश्विक मंच पर भारत की पहचान बनाई।स्वतंत्रता के बाद, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुए। सरकारी स्कूलों और अस्पतालों का नेटवर्क बढ़ा, जिससे आम लोगों को बेहतर शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएं मिलीं।

स्वतंत्रता ने भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने का अवसर प्रदान किया है। भारतीय कला, साहित्य, संगीत, और नृत्य के क्षेत्र में नए प्रयोग और विकास देखने को मिले।  स्वतंत्रता ने भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने का अवसर प्रदान किया। भारतीय कला, साहित्य, संगीत, और नृत्य के क्षेत्र में नई दिशाएं और प्रयोग देखने को मिले।

स्वतंत्रता के बाद, भारत ने अपने निर्णय खुद लेने का अधिकार प्राप्त किया। इसने हमें अपनी नीति निर्धारण, सांस्कृतिक संरक्षण और आर्थिक विकास में स्वतंत्रता दी। संप्रभुता  एक राष्ट्र या राज्य की स्वतंत्रता और पूर्णता को दर्शाती है। इसका मतलब है कि एक राज्य अपनी आंतरिक और बाहरी मामलों में पूरी तरह से स्वतंत्र और खुदमुख्तार होता है। संप्रभुता के तहत, एक राज्य को अपने कानून, नीतियों, और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को तय करने का पूरा अधिकार होता है। संप्रभुता का पालन करना यानी कि किसी अन्य देश या संस्था के बिना हस्तक्षेप के अपने मामलों का संचालन करना। स्वायत्तता एक विशेष क्षेत्र, प्रांत, या समुदाय को अपनी आंतरिक व्यवस्था और निर्णय लेने की स्वतंत्रता देती है, जबकि वह एक बड़े राज्य या संघ के हिस्से के रूप में रहता है। स्वायत्तता के तहत, उस क्षेत्र को कुछ विशेष अधिकार और स्वतंत्रता मिलती हैं जो उसे अपने खुद के नियम और नीतियां बनाने की अनुमति देती हैं, लेकिन पूरी संप्रभुता नहीं होती। उदाहरण के लिए, एक स्वायत्त प्रांत या क्षेत्र अपनी आंतरिक राजनीति और प्रशासन में स्वतंत्र हो सकता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय संबंधों और रक्षा जैसे बड़े मुद्दों पर केंद्रीय सरकार का नियंत्रण रह सकता है। संप्रभुता और स्वायत्तता दोनों ही राजनीतिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन वे अलग-अलग स्तर पर स्वतंत्रता और नियंत्रण को परिभाषित करते हैं।

भारत ने कंप्यूटर और मोबाइल तकनीकी में कई महत्वपूर्ण योगदान किए हैं। यहाँ कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं जो भारत के योगदान को उजागर करते हैं: भारत में कंपनियाँ जैसे कि TCS, Infosys, और Wipro ने सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और आईटी सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये कंपनियाँ वैश्विक स्तर पर सॉफ्टवेयर समाधान और तकनीकी समर्थन प्रदान करती हैं।

भारतीय डेवलपर्स ने विश्व प्रसिद्ध प्रोग्रामिंग भाषाओं, फ्रेमवर्क्स, और एप्लिकेशन बनाने में योगदान दिया है। भारत में कई प्रोजेक्ट्स और योगदानकर्ता फ्री और ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर (FOSS) की विकास में सक्रिय हैं। उदाहरण के लिए, भारत का योगदान लिनक्स कर्नेल और अन्य ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स में है।भारत में मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। उदाहरण के लिए, कई भारतीय स्टार्टअप्स ने लोकप्रिय मोबाइल एप्लिकेशन और सेवाएँ बनाई हैं। जिनमें प्रमुख Flipkart, Paytm, ShareChat, Zomato, Aarogya Setu, Myntra, Ola,  PhonePe,  Chingari हैं।कंपनियाँ जैसे कि Micromax, Lava, और Intex ने भारत में और वैश्विक बाजार में मोबाइल फोन की डिजाइन और निर्माण में भाग लिया है।

भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली, जैसे कि UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस), ने वैश्विक स्तर पर मानक स्थापित किए हैं और भारत को डिजिटल ट्रांजैक्शंस में अग्रणी बनाया है। भारत ने डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं, जैसे कि डिजिटल इंडिया अभियान और सरकारी सेवाओं की डिजिटल उपलब्धता।
भारतीय कंपनियाँ और संस्थान कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डेटा साइंस के क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण अनुसंधान और विकास कर रहे हैं। कई भारतीय स्टार्टअप्स ने AI-आधारित समाधान और उत्पादों को विकसित किया है।

आजादी के बाद, भारत ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रगति की है और कई सफलताएँ प्राप्त की हैं। लोकतंत्र, सांस्कृतिक विविधता, आर्थिक विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति, महिला सशक्तिकरण, और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मजबूत भूमिका, इन सभी क्षेत्रों की उपलब्धियाँ हमें गर्व का अनुभव कराती हैं। इन सफलताओं का मूल्यांकन करना और उनकी दिशा में निरंतर सुधार की दिशा में प्रयास करना ही हमें स्वतंत्रता की सच्ची भावना को निभाने में मदद करेगा।

आजादी के बाद भारत ने कई उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं, लेकिन साथ ही कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना भी किया है। स्वतंत्रता की कीमत और मूल्य को समझते हुए हमें चाहिए कि हम अपनी सफलताओं का सम्मान करें और अपनी कमजोरियों को सुधारने की दिशा में निरंतर प्रयास करें। यही स्वतंत्रता की सही भावना होगी।



- डॉ.(प्रोफ़ेसर) कमलेश संजीदा
गाज़ियाबाद  , उत्तर प्रदेश

COMMENTS

Leave a Reply
नाम

अंग्रेज़ी हिन्दी शब्दकोश,3,अकबर इलाहाबादी,11,अकबर बीरबल के किस्से,62,अज्ञेय,37,अटल बिहारी वाजपेयी,1,अदम गोंडवी,3,अनंतमूर्ति,3,अनौपचारिक पत्र,16,अन्तोन चेख़व,2,अमीर खुसरो,7,अमृत राय,1,अमृतलाल नागर,1,अमृता प्रीतम,5,अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध",7,अली सरदार जाफ़री,3,अष्टछाप,4,असगर वज़ाहत,11,आनंदमठ,4,आरती,11,आर्थिक लेख,8,आषाढ़ का एक दिन,22,इक़बाल,2,इब्ने इंशा,27,इस्मत चुगताई,3,उपेन्द्रनाथ अश्क,1,उर्दू साहित्‍य,179,उर्दू हिंदी शब्दकोश,1,उषा प्रियंवदा,5,एकांकी संचय,7,औपचारिक पत्र,32,कक्षा 10 हिन्दी स्पर्श भाग 2,17,कबीर के दोहे,19,कबीर के पद,1,कबीरदास,19,कमलेश्वर,7,कविता,1477,कहानी लेखन हिंदी,17,कहानी सुनो,2,काका हाथरसी,4,कामायनी,6,काव्य मंजरी,11,काव्यशास्त्र,40,काशीनाथ सिंह,1,कुंज वीथि,12,कुँवर नारायण,1,कुबेरनाथ राय,2,कुर्रतुल-ऐन-हैदर,1,कृष्णा सोबती,3,केदारनाथ अग्रवाल,4,केशवदास,6,कैफ़ी आज़मी,4,क्षेत्रपाल शर्मा,52,खलील जिब्रान,3,ग़ज़ल,139,गजानन माधव "मुक्तिबोध",15,गीतांजलि,1,गोदान,7,गोपाल सिंह नेपाली,1,गोपालदास नीरज,10,गोरख पाण्डेय,3,गोरा,2,घनानंद,3,चन्द्रधर शर्मा गुलेरी,6,चमरासुर उपन्यास,7,चाणक्य नीति,5,चित्र शृंखला,1,चुटकुले जोक्स,15,छायावाद,6,जगदीश्वर चतुर्वेदी,17,जयशंकर प्रसाद,35,जातक कथाएँ,10,जीवन परिचय,77,ज़ेन कहानियाँ,2,जैनेन्द्र कुमार,7,जोश मलीहाबादी,2,ज़ौक़,4,तुलसीदास,28,तेलानीराम के किस्से,7,त्रिलोचन,4,दाग़ देहलवी,5,दादी माँ की कहानियाँ,1,दुष्यंत कुमार,7,देव,1,देवी नागरानी,23,धर्मवीर भारती,12,नज़ीर अकबराबादी,3,नव कहानी,2,नवगीत,1,नागार्जुन,25,नाटक,1,निराला,39,निर्मल वर्मा,4,निर्मला,42,नेत्रा देशपाण्डेय,3,पंचतंत्र की कहानियां,42,पत्र लेखन,202,परशुराम की प्रतीक्षा,3,पांडेय बेचन शर्मा 'उग्र',4,पाण्डेय बेचन शर्मा,1,पुस्तक समीक्षा,140,प्रयोजनमूलक हिंदी,38,प्रेमचंद,50,प्रेमचंद की कहानियाँ,91,प्रेरक कहानी,16,फणीश्वर नाथ रेणु,4,फ़िराक़ गोरखपुरी,9,फ़ैज़ अहमद फ़ैज़,24,बच्चों की कहानियां,88,बदीउज़्ज़माँ,1,बहादुर शाह ज़फ़र,6,बाल कहानियाँ,14,बाल दिवस,3,बालकृष्ण शर्मा 'नवीन',1,बिहारी,8,बैताल पचीसी,2,बोधिसत्व,9,भक्ति साहित्य,143,भगवतीचरण वर्मा,7,भवानीप्रसाद मिश्र,3,भारतीय कहानियाँ,61,भारतीय व्यंग्य चित्रकार,7,भारतीय शिक्षा का इतिहास,3,भारतेन्दु हरिश्चन्द्र,10,भाषा विज्ञान,18,भीष्म साहनी,9,भैरव प्रसाद गुप्त,2,मंगल ज्ञानानुभाव,22,मजरूह सुल्तानपुरी,1,मधुशाला,7,मनोज सिंह,16,मन्नू भंडारी,10,मलिक मुहम्मद जायसी,9,महादेवी वर्मा,20,महावीरप्रसाद द्विवेदी,3,महीप सिंह,1,महेंद्र भटनागर,73,माखनलाल चतुर्वेदी,3,मिर्ज़ा गालिब,39,मीर तक़ी 'मीर',20,मीरा बाई के पद,22,मुल्ला नसरुद्दीन,6,मुहावरे,4,मैथिलीशरण गुप्त,14,मैला आँचल,8,मोहन राकेश,16,यशपाल,19,रंगराज अयंगर,43,रघुवीर सहाय,6,रणजीत कुमार,29,रवीन्द्रनाथ ठाकुर,22,रसखान,11,रांगेय राघव,2,राजकमल चौधरी,1,राजनीतिक लेख,21,राजभाषा हिंदी,66,राजिन्दर सिंह बेदी,1,राजीव कुमार थेपड़ा,4,रामचंद्र शुक्ल,3,रामधारी सिंह दिनकर,25,रामप्रसाद 'बिस्मिल',1,रामविलास शर्मा,9,राही मासूम रजा,8,राहुल सांकृत्यायन,2,रीतिकाल,3,रैदास,4,लघु कथा,125,लोकगीत,1,वरदान,11,विचार मंथन,60,विज्ञान,1,विदेशी कहानियाँ,34,विद्यापति,8,विविध जानकारी,1,विष्णु प्रभाकर,3,वृंदावनलाल वर्मा,1,वैज्ञानिक लेख,8,शमशेर बहादुर सिंह,6,शमोएल अहमद,5,शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय,1,शरद जोशी,3,शिक्षाशास्त्र,6,शिवमंगल सिंह सुमन,6,शुभकामना,1,शेख चिल्ली की कहानी,1,शैक्षणिक लेख,57,शैलेश मटियानी,3,श्यामसुन्दर दास,1,श्रीकांत वर्मा,1,श्रीलाल शुक्ल,4,संयुक्त राष्ट्र संघ,1,संस्मरण,34,सआदत हसन मंटो,10,सतरंगी बातें,33,सन्देश,44,समसामयिक हिंदी लेख,270,समीक्षा,1,सर्वेश्वरदयाल सक्सेना,19,सारा आकाश,22,साहित्य सागर,22,साहित्यिक लेख,87,साहिर लुधियानवी,5,सिंह और सियार,1,सुदर्शन,3,सुदामा पाण्डेय "धूमिल",10,सुभद्राकुमारी चौहान,7,सुमित्रानंदन पन्त,23,सूरदास,16,सूरदास के पद,21,स्त्री विमर्श,11,हजारी प्रसाद द्विवेदी,4,हरिवंशराय बच्चन,28,हरिशंकर परसाई,24,हिंदी कथाकार,12,हिंदी निबंध,435,हिंदी लेख,536,हिंदी व्यंग्य लेख,14,हिंदी समाचार,186,हिंदीकुंज सहयोग,1,हिन्दी,7,हिन्दी टूल,4,हिन्दी आलोचक,7,हिन्दी कहानी,32,हिन्दी गद्यकार,4,हिन्दी दिवस,91,हिन्दी वर्णमाला,3,हिन्दी व्याकरण,45,हिन्दी संख्याएँ,1,हिन्दी साहित्य,9,हिन्दी साहित्य का इतिहास,21,हिन्दीकुंज विडियो,11,aapka-banti-mannu-bhandari,6,aaroh bhag 2,14,astrology,1,Attaullah Khan,2,baccho ke liye hindi kavita,70,Beauty Tips Hindi,3,bhasha-vigyan,1,chitra-varnan-hindi,3,Class 10 Hindi Kritika कृतिका Bhag 2,5,Class 11 Hindi Antral NCERT Solution,3,Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1,17,Class 9 Hindi Sparsh,15,divya-upanyas-yashpal,5,English Grammar in Hindi,3,formal-letter-in-hindi-format,143,Godan by Premchand,12,hindi ebooks,5,Hindi Ekanki,20,hindi essay,427,hindi grammar,52,Hindi Sahitya Ka Itihas,105,hindi stories,681,hindi-bal-ram-katha,12,hindi-gadya-sahitya,8,hindi-kavita-ki-vyakhya,19,hindi-notes-university-exams,77,ICSE Hindi Gadya Sankalan,11,icse-bhasha-sanchay-8-solutions,18,informal-letter-in-hindi-format,59,jyotish-astrology,23,kavyagat-visheshta,26,Kshitij Bhag 2,10,lok-sabha-in-hindi,18,love-letter-hindi,3,mb,72,motivational books,12,naya raasta icse,9,NCERT Class 10 Hindi Sanchayan संचयन Bhag 2,3,NCERT Class 11 Hindi Aroh आरोह भाग-1,20,ncert class 6 hindi vasant bhag 1,14,NCERT Class 9 Hindi Kritika कृतिका Bhag 1,5,NCERT Hindi Rimjhim Class 2,13,NCERT Rimjhim Class 4,14,ncert rimjhim class 5,19,NCERT Solutions Class 7 Hindi Durva,12,NCERT Solutions Class 8 Hindi Durva,17,NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan वितान भाग 1,3,NCERT Solutions for class 12 Humanities Hindi Antral Bhag 2,4,NCERT Solutions Hindi Class 11 Antra Bhag 1,19,NCERT Vasant Bhag 3 For Class 8,12,NCERT/CBSE Class 9 Hindi book Sanchayan,6,Nootan Gunjan Hindi Pathmala Class 8,18,Notifications,5,nutan-gunjan-hindi-pathmala-6-solutions,17,nutan-gunjan-hindi-pathmala-7-solutions,18,political-science-notes-hindi,1,question paper,19,quizzes,8,raag-darbari-shrilal-shukla,8,Rimjhim Class 3,14,samvad-lekhan-in-hindi,6,Sankshipt Budhcharit,5,Shayari In Hindi,16,skandagupta-natak-jaishankar-prasad,6,sponsored news,10,suraj-ka-satvan-ghoda-dharmveer-bharti,6,Syllabus,7,tamas-upanyas-bhisham-sahni,4,top-classic-hindi-stories,58,UP Board Class 10 Hindi,4,Vasant Bhag - 2 Textbook In Hindi For Class - 7,11,vitaan-hindi-pathmala-8-solutions,16,VITAN BHAG-2,5,vocabulary,19,
ltr
item
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika: भारत में आजादी के बाद संरचनात्मक विकास की चर्चा
भारत में आजादी के बाद संरचनात्मक विकास की चर्चा
भारत में आजादी के बाद संरचनात्मक विकास की चर्चा 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की, तो यह एक ऐतिहासिक दिन था, यह दिन भारती
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEguNldYfX-Vc1esNivLkDP-81d5OLImu0N9gXL8Whc7UFVG0jm26v-yrQ0rO_hGCS-fZP45kq8HyhuVwarz98dIGIhDjPCbRe4jVkOUbhKexrEIKiVbv64kgC0zliaAKlIjmKtP8XoLHRf4DWHdanzTdNFUG6Qb_wKUzDU56utmO4no4ZhdM8RzrBx_iUF-/w320-h180/Happy_Independence.jpg
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEguNldYfX-Vc1esNivLkDP-81d5OLImu0N9gXL8Whc7UFVG0jm26v-yrQ0rO_hGCS-fZP45kq8HyhuVwarz98dIGIhDjPCbRe4jVkOUbhKexrEIKiVbv64kgC0zliaAKlIjmKtP8XoLHRf4DWHdanzTdNFUG6Qb_wKUzDU56utmO4no4ZhdM8RzrBx_iUF-/s72-w320-c-h180/Happy_Independence.jpg
हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web Patrika
https://www.hindikunj.com/2024/08/bharat-me-azadi-milne-ke-baad.html
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/
https://www.hindikunj.com/2024/08/bharat-me-azadi-milne-ke-baad.html
true
6755820785026826471
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy बिषय - तालिका