सुख मंगल सिंह एक प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार, कवि, और आलोचक हैं, जिन्होंने हिंदी साहित्य में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी साहित्यिक गतिविधियों ने हिंदी
सुख मंगल सिंह : एक साहित्यिक योद्धा की यात्रा
सुख मंगल सिंह एक प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार, कवि, और आलोचक हैं, जिन्होंने हिंदी साहित्य में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी साहित्यिक गतिविधियों ने हिंदी साहित्य को समृद्ध बनाया है और उनकी रचनाएं पाठकों के दिलों में बसी हुई हैं।
जीवन परिचय
सुख मंगल सिंह का जन्म 26 जून 1956 को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले में हुआ था। उनके पिता श्री राम समुझ सिंह एक किसान थे और उनकी माता श्रीमती मेवाती देवी एक घरेलू महिला थीं। सुख मंगल सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाँव में पूरी की और बाद में विक्रमशिला विद्यापीठ भागलपुर से वाचस्पति की मानद सम्मान और साहित्य सागर की उपाधि प्राप्त किया।
साहित्यिक यात्रा
सुख मंगल सिंह ने अपनी साहित्यिक यात्रा कविता लेखन से शुरू की। उनकी पहली कविता विविध पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुआ था। इसके बाद उन्होंने कई कविता संग्रह ऑनलाइन रचनाकार मध्य प्रदेश से प्रकाशित किए, जिनमें तीन पुस्तक प्रमुख हैं।सुख मंगल सिंह की कविताएं जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती हैं, जैसे कि प्रेम, सौंदर्य, संघर्ष, और सामाजिक न्याय। उनकी कविताओं में एक विशेष भाषा शैली और छंद है, जो उन्हें अन्य कवियों से अलग बनाती है।
आलोचना और अनुवाद
सुख मंगल सिंह ने हिंदी साहित्य के कई महत्वपूर्ण कार्यों की आलोचना भी की है। उनकी आलोचना पुस्तक 'मैं नारी हूं' बहुत प्रसिद्ध हुई है। उन्होंने कई विदेशी कवियों की रचनाओं पर टिप्पणियां की है। देवी दर्शन स्थान में अग्रणी भूमिका निभाया है।
पुरस्कार और सम्मान
सुख मंगल सिंह को उनकी साहित्यिक गतिविधियों के लिए कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। दर्जनों सम्मान पत्र गूगल व्हाट्सएप और फेसबुक आदि पर भी देख सकते हैं।
सम्मान पत्र
पैगाम ए हिंद सम्मान 2019,पूर्वांचल काशी गौरव सम्मान 2018, सद्भावना सम्मान 2016, मां गंगा सेवा समिति रामनगर में अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन 2018 में सम्मान पत्र, साहित्य सेवा में श्रीनाथजी प्रोडक्शन समिति वाराणसी द्वारा काशी काव्य सौरभ सम्मान 2018, साहित्य सेवा के क्षेत्र में सम्मान उत्तर प्रदेश पत्रकार परिषद वाराणसी द्वारा 30 म ई 2018, हिंदी साहित्य भारती द्वारा स्मृति सम्मान 2023 अप्रैल 8, साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु काशी शिरोमणि अलंकरण सम्मान राणा जी मूवमेंट काशी द्वारा सन 2018 जुलाई 7, साहित्य सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने हेतु नवनिर्माण सेवा ट्रस्ट द्वारा सम्मान 2018 में साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में सराहनीय वह अनुकरणीय सेवा हेतु रस वर्षा संस्थान द्वारा अटल रत्न अलंकरण सम्मान 2021, साहित्य के क्षेत्र में स्वास्तिक गंगा फाऊंडेशन द्वारा मैं 2015 में सम्मान, पत्रकारिता सेवा के क्षेत्र में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकारिता गौरव सम्मान 30 म ई 2015, 28 अप्रैल 2015 को गोपाल दास नीरज द्वारा सर्किट हाउस वाराणसी में सम्मान पत्र, ठाकुर प्रसाद सिंह सारस्वत सम्मान हिंदी साहित्य दिवस समारोह के अवसर पर सन 2017, समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु मुगलसराय रंग महोत्सव में अस्मिता दर्पण सन 2021 फरवरी, कामराज 51.com द्वारा आता है अकेला चार कंधे पर जाता है के लिए सम्मान वर्ष 2021 में, यह रचना उसे कल में विश्व भर में सबसे ज्यादा पढ़ी गई के लिए अवार्ड, साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए संगी साहित्यिक त्रिवेणी मंच द्वारा जनवरी 2022 में कवि कुल काव्य सृजन सम्मान से सम्मानित किया गया, साहित्य के क्षेत्र में पर्यावरण जागरूकता काव्य संगोष्ठी में स्वास्तिक गंगा फाऊंडेशन एवं भारत माता स्वाभिमान मंच द्वारा 2018 जून में सम्मानित किया गया। साहित्य के क्षेत्र में पर्यावरण जागरूकता सम्मान स्नेही इंटरनेशनल क्लब भारत द्वारा 2015 जून में सम्मानित किया गया। गाजीपुर काव्य दर्पण सम्मान जुलाई 2023 में, मानव जागरूकता सम्मान सर्वदा लिए गोरखा मंच द्वारा सन 2019 में, सशक्त नर नारी सम्मान सर्वदली गौ रक्षा मंच द्वारा सन 2019 में, बोल बम सावन वंदे मातरम सम्मान 2019 में सर्व दलीय गौ रक्षा मंच द्वारा। विश्व गुरु भारत परिषद द्वारा डॉ राम मनोहर लोहिया आश्रित संगम सम्मान सितंबर 2019 में, लोक बंधु स्मृति सम्मान दिसंबर 2015 में, पूर्वांचल काशी महोत्सव अमित सम्मान 2015, साहित्यिक रचनाकार सम्मान वॉइस ऑफ वर्ल्ड द्वारा 2014 में, साहित्यिक रचना के क्षेत्र में ब्रह्मांड महोत्सव में सम्मान नवंबर 2017, सन 2018 में विश्व गुरु भारत परिषद एवं इस्लामी सद्भावना फाउंडेशन द्वारा साहित्यिक रचना के क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मान। साहित्यिक क्षेत्र में योगदान के लिए गीत ऋषि सम्मान श्री नाथ जी प्रोडक्शन समिति वाराणसी द्वारा सन 2018,सन 2018 में सार्वजनिक गौ रक्षा मंच द्वारा साहित्य के क्षेत्र में सम्मान। काव्य ऋषि सम्मान 2018 विश्व गुरु भारत परिषद एवं सर्वजनि गौ रक्षा मंच द्वारा। बाबा विश्वनाथ लोग गौरव स्मृति सम्मान 2018 में साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित किया गया। पैगामी हिंद सम्मान 2018 में, साहित्य के क्षेत्र में मुंशी प्रेमचंद स्मृति सम्मान 2018, धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज स्मृति सम्मान 2018 अखिल भारतीय गौ रक्षा मंच द्वारा साहित्य के क्षेत्र में, समाज सेवा के क्षेत्र में वंदे मातरम सम्मान 2017, बाबा विश्वनाथ लोक गौरव सम्मान 2017, प्रख्यात साहित्यकार सम्मान जगतगुरु ब्राह्मण महाकुंभ 2017 में, साहित्य एवं समाज सेवा के क्षेत्र में पूर्वांचल काशी गौरव सम्मान सन 2016 म ई5, लोक कला दर्पण सम्मान 2023 चंदौली कजरी रंग महोत्सव में, पूर्वांचल एकता सम्मान पूर्वांचल राज्य जन्म मोर्चा द्वारा नवंबर 2022,
निष्कर्ष
सुख मंगल सिंह एक महान साहित्यकार हैं, जिन्होंने हिंदी साहित्य को अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उनकी कविताएं, आलोचना, और अनुवाद हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण योगदान हैं। उनकी साहित्यिक गतिविधियों ने पाठकों के दिलों में बसी हुई हैं और उनकी रचनाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए एक साहित्यिक धरोहर होंगी।
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