कोलकाता के साल्टलेक में द्विदिवसीय वार्षिक महोत्सव सह साहित्यिक महाकुंभ का आयोजन किया गया जिसमें देश भर के साहित्यकारों ने भाग लिया ।
कोलकाता में आयोजित हुआ द्विदिवसीय अभ्युदय साहित्यिक महाकुंभ
कोलकाता: अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय संस्था( पंजीकृत) द्वारा कोलकाता के साल्टलेक में द्विदिवसीय वार्षिक महोत्सव सह साहित्यिक महाकुंभ का आयोजन किया गया जिसमें देश भर के साहित्यकारों ने भाग लिया ।
विभिन्न सत्रों में साहित्य की अलग-अलग विधाओं पर चर्चा - परिचर्चा हुई जिसमें विद्वानों ने सारगर्भित विचार व्यक्त किए। इस आयोजन का उद्घाटन विधाननगर नगरनिगम के चेयरमैन सव्यसाची दत्त ने किया। मौके पर विशिष्ट अतिथि डॉ. (प्रो) सोमा बंदोपाध्याय, ताजा टीवी के निदेशक विश्वम्भर नेवर, मारवाड़ी लोक संस्कृति के संस्थापक अध्यक्ष ललित प्रहलाद्का, पश्चिमबंग हिन्दी अकादमी के सदस्य तथा साहित्यकार रावेल पुष्प सहित कोलकाता के साहित्यिक-सांस्कृतिक जगत की नामचीन हस्तियां मौजूद थीं।
अपने संबोधन में वक्ताओं ने भारत की सांस्कृतिक राजधानी कोलकाता में आगत साहित्यकारों का स्वागत करते हुए कहा कि साहित्य-संस्कृति का प्रचार-प्रसार आज की सबसे बड़ी चुनौती है। सबने माना कि कला-संस्कृति-साहित्य उद्दातपूर्ण मानवीय भावनाओं से जुड़े होने के कारण भावी पीढ़ियों को प्रभावित करने वाला होता है। इस धारा को निरंतर प्रवाहमान रखने की जरूरत है ताकि आम आदमी की बात शब्दों के कैनवास पर उतरकर सबको सम्मोहित करने का महत्वपूर्ण कार्य कर सके ।
कई सत्रों में हुए इस महाकुंभ में गीत, गजल, कविता, कहानी, नाटक, आलोचना, नौटंकी विधाओं और नये वैश्विक परिवेश में साहित्य की भूमिका पर गंभीर चर्चा-परिचर्चा हुई। कव्वाली जैसी विस्मृत हो रही विधा पर एक अलग सत्र रखा गया।
आयोजन में बेंगलूरू से डॉ. प्रेम तन्मय, डॉ. इंदु झुनझुनवाला, कुसुम चौधरी, ज्योति तिवारी, डॉ कविता शास्त्री, डॉ उमा शर्मा, संतोष भाऊवाला, ममता मावंडिया, पल्लवी शर्मा, ब्रजेन्द्र मिश्र, सुदेश वत्स, भगवती सक्सेना, त्रिशला मिश्र, अर्चना गुप्ता, नई दिल्ली से डॉ.( प्रो.) नवीनचन्द लोहानी व डॉ उमा जोशी, सब-इंस्पेक्टर किरण सेठी, मुंबई से यशपाल सिंह यश, वाराणसी से डॉ मंजरी पाण्डेय व अष्टभुजा मिश्र, भोपाल से तुमुल सिन्हा व लता अग्रवाल, पटना से डॉ आनन्द मूर्ति,जोधपुर से डॉ हरीदास व्यास, भागलपुर से डॉ बिहारी अग्रवाल व मीना अग्रवाल ने शिरकत की।
ददिवसीय कार्यक्रम में उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य नाटिका, एकल नाटक, नवरस पर विशेष प्रस्तुति, काव्य व गीतभरी संध्या, पुस्तक प्रदर्शनी के अलावा कई पुस्तकों का लोकार्पण, साहित्य चर्चा एवं पुरस्कार वितरण हुआ। इसके साथ ही इंदु झुनझुनवाला की पुस्तक ‘बुद्ध - यात्रा अन्तर की’ पर आधारित एक फिल्म भी दिखाई गई,जिसे दर्शकों की भरपूर सराहना मिली।
इस वर्ष सम्मानित किए जाने वाले व्यक्तित्व रहे- अभ्युदय अन्तरराष्ट्रीय शलाका सम्मान 2023 : डॉ. पूरनचंद टण्डन, प्रोफ़ेसर दिल्ली विश्वविद्यालय, अभ्युदय मनोहरी देवी ललित कला सम्मान 2023 : डॉ. अनिता मेहता, महाराष्ट्र, अभ्युदय श्यामसुंदर झुनझुनवाला श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान - प्रो. (डॉ.) नवीनचंद्र लोहानी, मेरठ , चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अधिष्ठाता कला संकाय और हिंदी विभागाध्यक्ष, अभ्युदय राजकुमार चौधरी साहित्य व समाजसेवा सम्मान 2023 : विश्वंभर नेवर, कोलकाता, पत्रकार, संपादक, वरिष्ठ समाज सेवी, अभ्युदय अजित जैन मानव सेवा सम्मान 2023 डॉ. आनंद मूर्ति, पटना, बिहार असिस्टेंट प्रोफेसर, वाणिज्य विभाग,पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, अभ्युदय अक्कमहादेवी श्रेष्ठ शिक्षाविद महिला प्रेरणा सम्मान 2023 डॉ. सोमा बन्धोपाध्याय, कोलकता (कुलपति, बाबासाहेब अम्बेडकर विश्वविद्यालय), अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय हिन्दी महिला श्रेष्ठ लेखन प्रेरणा सम्मान 2023 डॉ. मीरा जैन, उज्जैन, अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय महिला राष्ट्रसेवा प्रेरणा सम्मान 2023-श्रीमती किरण सेठी (सब इन्स्पेक्टर, दिल्ली पुलिस, दिल्ली), अभ्युदय श्रेष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद् सम्मान 2023, डॉ हरीदास व्यास, जोधपुर, असोसियेट प्रोफ़ेसर, (सेवानिवृत्त), हिंदी पत्रकार व वरिष्ठ साहित्यकार, अभ्युदय लक्ष्मी देवी (बाल व प्रतिलिंगी साहित्य) सम्मान 2023 डॉ लता अग्रवाल ’तुलजा’, शोलापुर, महाराष्ट्र; वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद,अभ्युदय अंतरराष्ट्रीय नीरज कुमार अवस्थी भाषा सेतु सम्मान 2023 डॉ . प्रभाकरन हेब्बार इल्लत, प्रोफ़ेसर, हिंदी विभाग, कालिकट विश्वविद्यालय, केरल, अभ्युदय विशेष प्रतिभा स्मृति सम्मान 2023- डॉ. कार्तिकेय रमेश गवली (स्वर्गीय), महाराष्ट्र तथा कोलकाता से साहित्यकार रावेल पुष्प तथा राजस्थान सूचना केन्द्र के सहायक निदेशक हिंगलाज दान रतनू भी सम्मानित किए गए।
गौरतलब है कि दक्षिण भारत के बेंगलुरु में डाॅ इन्दु झुनझुनवाला द्वारा स्थापित अभ्युदय अंतर्राष्ट्रीय संस्था लगातार महिलाओं के खासतौर से साहित्यिक,सांस्कृतिक उत्थान के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं और संस्था की शाखायें कई राज्यों तथा विदेशों में भी स्थापित हो चुकी हैं।
संस्था के राष्ट्रीय संयोजक एवं सलाहकार सुरेश चौधरी, संस्था की संस्थापक अध्यक्ष डॉ इंदु झुनझुनवाला, मुख्य परामर्शदाता डॉ प्रेम तन्मय, महामंत्री चन्दा प्रह्लादका, एवं बंगाल शाखा अध्यक्ष मंजुश्री गुप्ता, सविता भुवानिया की सक्रियता और आतिथ्य में उपस्थित साहित्य रसिकों ने सार्थक विमर्श किया।अभ्युदय के द्विदिवसीय सफल और सार्थक कार्यक्रम की नगर में खासी चर्चा रही।
संलग्न चित्र: कार्यक्रम के चित्र
प्रेषक: रावेल पुष्प, वरिष्ठ पत्रकार, कोलकाता 94341 98898.
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