एक जादुई रात रिया अपने बिस्तर में करवटें बदल रही थी। बाहर बारिश की बूंदों की आवाज़ और बादलों की गड़गड़ाहट उसे सुलाने की बजाय और जगा रही थी। उसने अपनी
एक जादुई रात
रिया अपने बिस्तर में करवटें बदल रही थी। बाहर बारिश की बूंदों की आवाज़ और बादलों की गड़गड़ाहट उसे सुलाने की बजाय और जगा रही थी। उसने अपनी नीली रज़ाई को ठोंगे से दबाया और आँखें मूंदने की कोशिश की। तभी उसे लगा जैसे उसकी अलमारी से कोई आवाज़ आ रही हो।
"क्या बात है? अलमारी से आवाज़?" रिया ने अपनी आँखें खोल दीं। उसने देखा कि उसकी अलमारी का दरवाज़ा हल्का सा खुला हुआ है और उसके अंदर से एक नीली रोशनी निकल रही है। रिया का दिल ज़ोरों से धड़कने लगा। उसने धीरे से अपना चश्मा पहना और बिस्तर से उतरकर अलमारी के पास गई।
जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला, वह एक चमकदार नीले रंग के प्रकाश में डूब गई। उसकी आँखें चौंधिया गईं। जब उसकी नज़र साफ हुई तो वह एक अजीब सी जगह पर खड़ी थी। चारों तरफ रंग-बिरंगे पेड़ थे जिनकी पत्तियाँ चमक रही थीं। आसमान में दो चाँद थे - एक बड़ा और एक छोटा। हवा में एक मीठी सी खुशबू थी।
"यह कहाँ आ गई मैं?" रिया ने खुद से पूछा। तभी उसे एक छोटा सा जानवर दिखाई दिया। वह एक खरगोश जैसा था लेकिन उसके कान बहुत बड़े थे और उसकी पूँछ एक तारे जैसी चमक रही थी।
"नमस्ते, रिया!" छोटे जानवर ने कहा। उसकी आवाज़ झरनों के बहने जैसी थी।
"तुम मुझे जानते हो?" रिया ने आश्चर्य से पूछा।
"बिल्कुल! मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रहा था। मेरा नाम ट्विंकल है। यह जादुई जंगल है और तुम्हें यहाँ एक महत्वपूर्ण काम करना है।"
रिया की आँखें चमक उठीं। "क्या काम?"
ट्विंकल ने अपनी चमकती पूँछ हिलाई। "जादुई जंगल का खज़ाना चोरी हो गया है। उसके बिना जंगल की रोशनी धीरे-धीरे खत्म हो रही है। तुम्हें खज़ाना ढूँढ़कर वापस लाना होगा।"
रिया ने अपनी मुट्ठी बांधी। "मैं यह करूँगी! लेकिन कहाँ से शुरू करूँ?"
ट्विंकल ने एक चमकता हुआ पत्थर निकाला। "यह जादुई कंपास है। यह तुम्हें सही रास्ता दिखाएगा। लेकिन सावधान रहना, रास्ते में कई चुनौतियाँ होंगी।"
रिया ने कंपास को हाथ में लिया। वह गर्म था और हल्का सा कंपन कर रहा था। कंपास की सुई एक दिशा में घूमकर रुक गई। "चलो!" रिया ने कहा और ट्विंकल के साथ चल पड़ी।
रास्ते में उन्हें एक विशालकाय मकड़ी के जाले से गुजरना पड़ा। जाले चमक रहे थे और उनमें फंसे कीड़े मदद के लिए चिल्ला रहे थे। रिया ने अपनी पेंसिल से जाले काटकर सभी कीड़ों को आज़ाद कर दिया। कीड़े खुशी से नाचने लगे और उन्होंने रिया को एक जादुई धागा दिया जो कभी नहीं टूटता था।
आगे बढ़ने पर उन्हें एक गहरी खाई मिली। ट्विंकल ने कहा, "यह खाई इतनी चौड़ी है कि हम कूद नहीं सकते।" रिया ने जादुई धागे को एक तीर की तरह उड़ाया। धागा खाई के दूसरी तरफ जाकर एक पेड़ से बंध गया। रिया और ट्विंकल धागे पर सरककर खाई पार कर गए।
अंत में वे एक अंधेरी गुफा के सामने पहुँचे। कंपास की रोशनी बढ़ गई। "खज़ाना यहीं है," ट्विंकल ने कहा। लेकिन गुफा के सामने एक विशालकाय पत्थर का दरवाज़ा था जिस पर एक पहेली लिखी थी।
रिया ने पहेली को ध्यान से पढ़ा। वह एक गणित की पहेली थी। रिया ने अपनी कॉपी निकाली और गिनती करने लगी। उसने पहेली का जवाब दिया और दरवाज़ा खुल गया।
अंदर एक चमकता हुआ सोने का संदूक था। जैसे ही रिया ने संदूक छुआ, पूरा जंगल रोशनी से भर गया। पेड़ों की पत्तियाँ और भी चमकीली हो गईं और आसमान में तारे नाचने लगे।
"तुमने कर दिखाया!" ट्विंकल ने खुशी से कहा। "अब जंगल फिर से सुरक्षित है।"
रिया ने मुस्कुराते हुए संदूक को खोला। अंदर से एक चमकता हुआ क्रिस्टल निकला। उसने क्रिस्टल को छूते ही अपने आप को फिर से अपने कमरे में पाया। सुबह की रोशनी खिड़की से आ रही थी।
रिया ने देखा कि उसकी मुट्ठी में एक छोटा सा चमकता हुआ क्रिस्टल था। वह मुस्कुराई और क्रिस्टल को अपनी अलमारी में रख दिया। उसे पता था कि यह कोई सपना नहीं था। जादुई जंगल असली था और वह वहाँ फिर से जा सकती है, जब भी जंगल को उसकी ज़रूरत हो।
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