विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व पर निबंध विद्यार्थी जीवन मनुष्य के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है। यह वह समय होता है जब व्यक्ति अपने भविष्य की न
विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व पर निबंध
विद्यार्थी जीवन मनुष्य के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है। यह वह समय होता है जब व्यक्ति अपने भविष्य की नींव रखता है। इस अवस्था में समय का सदुपयोग करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यही वह समय होता है जब व्यक्ति अपने ज्ञान, कौशल और व्यक्तित्व का विकास करता है। समय एक ऐसा संसाधन है जो एक बार बीत जाने के बाद वापस नहीं आता। इसलिए, विद्यार्थी जीवन में समय के महत्व को समझना और उसका सही उपयोग करना सफलता की कुंजी है।
समय के सही उपयोग का अर्थ है कि विद्यार्थी अपने दैनिक जीवन को व्यवस्थित ढंग से व्यतीत करे। उसे अपने अध्ययन, खेलकूद, मनोरंजन और अन्य गतिविधियों के बीच संतुलन बनाए रखना चाहिए। एक विद्यार्थी को चाहिए कि वह अपने दिन की योजना पहले से बना ले और उसके अनुसार कार्य करे। इससे न केवल उसका समय बचता है, बल्कि उसकी कार्यक्षमता भी बढ़ती है। समय का सही उपयोग करने वाला विद्यार्थी ही जीवन में सफलता प्राप्त करता है।
तुम हँसते हुए आग पर चल सकते हो,
तुम चाँद से आगे भी निकल सकते हो।
यदि ठीक तरह शक्ति का उपयोग करो,
तुम समय की धारा को बदल सकते हो ||
कहते हैं समय और लहरें किसी की प्रतीक्षा नहीं करते। जीवन नदी की धारा के समान है। जैसे नदी की धारा कंकड़-पत्थर, ऊँचाई -नीचाई, टीले पर्वत आदि को पार करती हुई आगे बढ़ती रहती है उसी प्रकार जीवन रूपी नदी भी सुख-दुःख, सफलता-विफलता के संघर्षो को पार कर आगे बढ़ती है। गति ही जीवन है और ठहराव मौत। यदि जीवन का वास्तविक आनन्द लेना है तो समय का सदुपयोग करना चाहिए। काम को कल पर नहीं छोड़ना चाहिए। जो लोग आलस्य या प्रमादवश कार्य को कल पर टाल देते हैं वे सहज जीवन का आनन्द नहीं ले पाते, उनके मन पर काम का बोझ बना रहता है, मन चिन्ताग्रस्त रहता है। हमें कार्यों की प्राथमिकता के अनुसार दैनिक कार्यक्रम बनाकर अपनी दिनचर्या व्यतीत करनी चाहिए। कार्य को कल पर नहीं टालना चाहिए क्योंकि पुरुषार्थी के शब्दकोष में 'कल' तो होता ही नहीं। संत कबीर जी ने भी कहा है-
काल करे सो आज कर आज करे सो अब ।
पल में परलय होयगी बहुरि करेगा कब ।।
'आज करे सो काल्ह कर' सोचने वाले कभी-कभी आने वाले कल की प्रतीक्षा ही करते रह जाते हैं और मन पर काम का बोझ लिए इस दुनिया से कूच कर जाते हैं जबकि समय पर काम करने वाले अथवा कल का कार्य आज ही पूरा करने वाले लोग ही जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। उनकी कार्य क्षमता धीरे-धीरे बढ़ती चली जाती है, उनमें कार्य के प्रति प्रेम व निष्ठा बढ़ती चली जाती है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि विश्व के किसी भी देश के महापुरुष समयानुसार कार्य करते रहे हैं। तभी वे महापुरुषों की श्रेणी में आ पाए हैं। गांधी जी और नेहरू जी इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं जो रात-रात भर बैठकर भी अपने कार्य को पूरा करते थे। ऐसे ही लोगों ने आराम हराम है' का नारा दिया।
अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए समय से कार्य करना एक प्रमुख सूत्र है। कल का कार्य आज ही पूर्ण करने से हमारी कार्यक्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही मानसिक संतोष भी प्राप्त होता है। समय का सदुपयोग करके अपने कार्य को आज, अभी करने वाला व्यक्ति अपने भाग्य का विधाता बन जाता है। विश्व प्रसिद्ध विद्वान राबर्ट हीप ने कहा है-
"हमें ध्यान रखना चाहिए कि हम समय किस प्रकार व्यतीत कर रहे हैं क्योंकि हम अपने भाग्य के निर्माण में अपनी सहायता स्वयं कर रहे हैं।"
एक विद्यार्थी के जीवन में समय का बहुत महत्त्व है। विद्यार्थी जीवन की सफलता का मूलमंत्र ही समय-नियोजित करके अपने कार्यों को करना है। जीवन में जिसने भी इस अनमोल वस्तु के रहस्य को समझ लिया उसने बड़ी से बड़ी उपलब्धियाँ प्राप्त कर ली। बहुत से विद्यार्थी समय का मूल्य नहीं समझते, देर रात को सोना, सुबह देर से उठना और नियमित दिनचर्या न बिताना, उनको अकर्मण्य व अक्षम बना देता है। ये लोग गलत कार्यों में अपना समय व्यतीत करते हैं। विद्यार्थियों के लिए खेल व पढ़ाई दोनों आवश्यक हैं, अतः दोनों में उचित सामंजस्य रखना चाहिए। समय का दुरुपयोग करने वाले और समय का आदर न करने वाले विद्यार्थियों को बाद में पछताना पड़ता है। समय बीत जाने पर वे अपने भाग्य को कोसते हैं पर- "अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।"
समय और विद्यार्थी जीवन का अत्यधिक सम्बन्ध है। विद्यार्थियों को समय के महत्त्व को पहचानकर उसका सदुपयोग करना चाहिए। कुछ विद्यार्थी पूरे वर्ष व्यर्थ की बातों में अपना समय बिताते है और परीक्षा के दिनों में रात-रात भर पन्ने पलटते रहते हैं। तब न तो वह पाठ ही याद रहता है और न ढंग से पूरी पढ़ाई ही हो पाती है। किसी ने ठीक ही कहा है- "जो समय को नष्ट करता है समय उसको नष्ट कर देता है ।"
समय का सही उपयोग करने के लिए विद्यार्थी को तकनीक का सही इस्तेमाल करना चाहिए। आज के समय में तकनीक ने हमारे जीवन को बहुत आसान बना दिया है, लेकिन इसका गलत उपयोग समय बर्बाद कर सकता है। विद्यार्थी को चाहिए कि वह मोबाइल फोन, इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग सीमित रूप से करे और उन्हें अपने अध्ययन और ज्ञानवर्धन के लिए उपयोग करे। तकनीक का सही उपयोग करके विद्यार्थी अपने समय का सदुपयोग कर सकता है।
विद्यार्थी जीवन में समय के महत्व को समझने के लिए उसे अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। विद्यार्थी को चाहिए कि वह नियमित रूप से व्यायाम करे, पौष्टिक आहार ले और पर्याप्त नींद ले। इससे उसकी कार्यक्षमता बढ़ती है और वह अपने समय का सही उपयोग कर पाता है।यह कहा जा सकता है कि विद्यार्थी जीवन में समय का महत्व अत्यधिक है। समय का सही उपयोग करने वाला विद्यार्थी ही जीवन में सफलता प्राप्त करता है। विद्यार्थी को चाहिए कि वह अपने समय का सदुपयोग करे, अपने लक्ष्य निर्धारित करे और अनुशासन का पालन करे। समय एक बहुमूल्य संसाधन है, और इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। जो विद्यार्थी समय की कीमत समझता है और उसका सही उपयोग करता है, वही जीवन में ऊँचाइयों को छूता है।
अतः समय को पहचान कर उसकी कद्र करनी चाहिए। क्योंकि समय सोने और चाँदी से भी मूल्यवान है। धन नष्ट हो जाने पर पुनः प्राप्त किया जा सकता है पर बीता हुआ समय वापस नहीं आता। विद्यार्थी समाज का एक महत्त्वपूर्ण अंग है, राष्ट्र की अमूल्य निधि है। वह समय के मूल्य को समझे, उसका सदुपयोग करे तथा अपने भीतर सद्गुणों का समावेश कर अपनी तथा राष्ट्र की प्रगति में सहायक बने। विद्वान चिंतक स्वेट मार्डेन ने लिखा है- "ईश्वर एक बार ही क्षण देता है और दूसरा क्षण देने से पूर्व उस क्षण को ले लेता है।" अतः विद्यार्थी जीवन में प्रत्येक क्षण का सदुपयोग कर अपने आने वाले कल को सँवारें। समय की सही पहचान ही सफलता की कुंजी है।
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